नगरी अंचल में लोकपर्व छेरछेरा पुन्नी उमंग और उत्साह के साथ मनाया गया
उत्तम साहू/दबंग छत्तीसगढ़िया न्यूज
नगरी/ प्रसिद्ध लोक पर्व छेरछेरा की आदिवासी अंचल नगरी में धूम धाम से मनाया जा रहा है, खासकर बच्चों व युवाओं में छेरछेरा पर्व को लेकर भारी उत्साह है बच्चे व युवा टोलियां में घर-घर जाकर छेरछेरा मांग रहे हैं लोग भी दिल खोलकर धान व रुपए दान कर रहे हैं, ब्लाक मुख्यालय से लगे ग्राम छिपली में छत्तिसगढ़ की संस्कृति को सहेजते हुए छेरछेरा पुन्नी के पावन पर्व पर पंचशील टिकरापारा के युवाओं ने घर घर जाकर अन्न दान लेकर सभी ग्राम वासियों और मोहल्ले को बधाई देकर छत्तीसगढ़िया परंपरा संस्कृति को बनाए रखने में अहम हिस्सा लिये, इस अवसर पर हृदय साहू मयाराम कश्यप तोमल साहू नेपाल साहू मिश्री साहू कुलेश्वर दानू साहू यतींद्र ध्रुव भूपेंद्र देव जयलाल देव जीवन सुनील साहू देव कुलेश्वर कश्यप कुलदीप खिलेश्वर साहू कश्यप कान्हा बोरझा तोषण बोरझा लव निषाद बिट्टू नाग पप्पू नाग रुप कश्यप तरूण साहू इंद्रजीत कश्यप राहुल साहू दुर्गेश निर्मलकर सहित पंचशील पारा के मोहल्ला वासी उपस्थित रहे
छेरछेरा पुन्नी का महत्व
बता दे कि छत्तीसगढ़ में नई फसल के घर आने की खुशी में पौष मास की पूर्णिमा को छेरछेरा पुन्नी का त्यौहार मनाया जाता है इस दिन मां शाकंभरी जयंती भी मनाई जाती है पौराणिक मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान शंकर ने माता अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी इसलिए लोग धन के साथ-साथ भाजी फल का दान भी करते हैं इस दिन "छेरछेरा कोठी के धान ला हेरहेरा " बोलते हुए गांव के बच्चे युवा और महिलाएं खलिहानों और घरों में जाकर धान और पैसा भेंट स्वरूप रुपए इकट्ठा करते हैं