C.G. के शराब घोटाला में विशेष सचिव और आबकारी आयुक्त समेत पांच पर FIR दर्ज, जानिए क्या है पूरा मामला
रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले की आंच अब यूपी तक पहुंच गई है। ईडी ने दिल्ली एनसीआर के ग्रेटर नोएडा अंतर्गत आने वाले कासना थाना में नया मामला दर्ज कराया है। इस मामले में ईडी ने आईएएस अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के आयुक्त निरंजन दास और विशेष सचिव अरुण त्रिपाठी समेत पांच लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई है।
प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दर्ज एफआईआर में बताया गया है कि छत्तीसगढ़ के इन अफसरों ने शराब माफिया के साथ सांठगांठ करके बड़े पैमाने पर देसी शराब की अवैध बिक्री करवाई है। इस अवैध बिक्री के लिए ग्रेटर नोएडा की कम्पनी ने फर्जी होलोग्राम छापे हैं। यह मुकदमा रविवार को ग्रेटर नोएडा की कासना कोतवाली में दर्ज करवाया गया है।
ED छत्तीसगढ़ के डिप्टी डायरेक्टर हेमंत ने आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी, आबकारी आयुक्त IAS निरंजन दास, IAS अनिल टुटेजा, विदू गुप्ता, अनवर ढेबर के खिलाफ 30 जुलाई को जिला गौतमबुद्ध नगर के थाना कासना में IPC सेक्शन 420, 468, 471, 473, 484 और 120B में FIR कराई है।
FIR के अनुसार, नोएडा स्थित मेसर्स प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी को छत्तीसगढ़ के उत्पाद शुल्क विभाग ने होलोग्राम आपूर्ति करने के लिए अवैध रूप से टेंडर दिया गया था। कंपनी टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र नहीं थी, लेकिन अधिकारियों ने उसे ठेका दे दिया। बाद में अधिकारियों ने इस टेंडर की एवज में कंपनी से प्रति होलोग्राम 8 पैसे का कमीशन लिया। इस दौरान छत्तीसगढ़ में सरकारी दुकानों से अवैध देशी शराब की बोतलें बेचने के लिए बेहिसाब डुप्लीकेट होलोग्राम की आपूर्ति की गई। ये डुप्लीकेट होलोग्राम नोएडा फैक्ट्री में बनाए जाते थे और फिर छत्तीसगढ़ पहुंचाए जाते थे। 5 साल में करीब 80 करोड़ होलोग्राम निर्धारित से ज्यादा कीमतों पर छापे गए।