पत्रकार से बदसलूकी करना प्रधान आरक्षक को पड़ा भारी.. एस पी ने किया लाइन अटैच
रायपुर/ छत्तीसगढ़ में अब पत्रकारो के साथ दुर्व्यवहार करना पुलिसकर्मियों को मंहगा पड़ सकता है। अक्सर देखा गया है कि न्यूज़ कवरेज के दौरान फोटो लेते या वीडियो बनाते वक्त पत्रकारो को रोका जाता है।ऐसा करने से न केवल पत्रकारो के काम मे दखलंदाजी की जाती है बल्कि उनके अधिकारों के हनन का भी प्रयास किया जाता है ऐसा अक्सर सरकारी दफ्तरों में होता है या पुलिस थाने या पुलिस चौकियों में। कभी कभी ये रोकटोक बड़े विवाद का भी कारण बन जाती है। ऐसा ही एक ताजा मामला जशपुर जिले में काफ़ी सुर्खिया बटोर रहा है।दरअसल इस बार पुलिस कर्मी ने वीडियो बनाने से मना करते हुए पत्रकार के साथ मारपीट कर दी। जिसके बाद पत्रकार ने पुलिसवाले की लिखित शिकायत की।पत्रकार की शिकायत की जांच अभी पूरी ही नही हुई कि पुलिसवाले को लाइन अटैच कर दिया गया।
पूरे मामले का विवरण इस प्रकार है
परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास सेवा परियोजना जसपुर द्वारा थाना प्रभारी कोतवाली को दिनांक 12.08.2023 को शिकायत आवेदन दिया गया था कि 11 अगस्त को ग्राम पकरीपाठ चौकी आरा थाना कोतवाली के आंगनवाड़ी में 10-15 ग्रामवासी जबरन घुस गए और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दुलारी बाई को धक्का-मुक्की करते हुए शासकीय दस्तावेजों को नुकसान पहुंचाए हैं।
जिस पर 14 अगस्त 2023 को दोनों पक्षों को थाने में जांच हेतु बुलाया गया था थाना प्रभारी द्वारा शासकीय कार्य करते हुए ग्रामीणों से पूछताछ किया जा रहा था जिस दौरान एक अज्ञात व्यक्ति के द्वारा फोटो एवं वीडियो बनाया जा रहा था। जिसे प्रधान आरक्षक कृपासिंधु तिग्गा द्वारा मना किए जाने पर दोनों के बीच विवाद हुआ था
उक्त व्यक्ति द्वारा बाद में बताया कि वह दैनिक भास्कर का क्राइम रिपोर्टर कामदेव साहू है।कामदेव साहू क्राइम रिपोर्टर के द्वारा पुलिस अधीक्षक जसपुर के नाम स्वयं के साथ मारपीट होने के संबंध में कार्यवाही बाबत आवेदन दिया गया था
तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जसपुर द्वारा उक्त आवेदन की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसपुर को सौंपा गया है एवं उक्त कर्मचारी प्रधान आरक्षक कृपा सिन्धु तिग्गा को लाइन अटैच कर दिया गया है जांच उपरांत अग्रिम कार्यवाही की जाएगी