कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा बोलीं- टिकट के लिए नेताओं का कोटा नहीं चलेगा

 कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा बोलीं- टिकट के लिए नेताओं का कोटा नहीं चलेगा

टिकट दावेदारों के आवेदन केवल ब्लॉक में ही लिए जाएंगे।

उम्मीदवार को बताना पड़ेगा कौन-कौन से काम किए 17 तक भरे जाएंगे फॉर्म


रायपुर/ छत्तीसगढ़ में कांग्रेस चुनाव समिति की पहली बैठक में प्रत्याशियों चयन को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने दो टूक में कह दिया है कि किसी भी प्रत्याशी के आवेदन पार्टी के बड़े नेता या फिर चुनाव समिति के सदस्यों से स्वीकार नहीं किए जाएंगे, बल्कि उम्मीद्वारों को 17 से 22 अगस्त तक ब्लॉक कांग्रेस कमेटी में ही टिकट के लिए आवेदन करना होगा।

15 अगस्त को आधी रात करीब साढ़े 12 बजे तक चली कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में ये फैसला लिया गया है। बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, चुनाव समिति और पीसीसी के अध्यक्ष दीपक बैज, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव और स्पीकर चरणदास महंत समेत समिति में शामिल 8 मंत्री और पदाधिकारी मौजूद रहे। पहली बैठक में दावेदारों के आवेदन की प्रक्रिया को लेकर ही फैसला लिया गया है।

बैठक के बाद प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जो पिछले चुनाव में पीसीसी अध्यक्ष थे और टीएस सिंहदेव जो CLP लीडर रहे है, उन्होंने अपना अनुभव साझा किया। क्योंकि इस समय कांग्रेस सत्ता में है और मौजूदा हालात में किस तरह काम करना है, इस पर बैठक में चर्चा की गई है। वहीं उम्मीद्वारों के लिए तय किए गए क्राइटेरिया को लेकर सैलजा ने कहा कि सभी की राय यही थी कि दो चीजें होनी चाहिए पार्टी और नेतृत्व के प्रति निष्ठा और दूसरा जीतने वाला कैंडिडेट होना चाहिए।टिकट दावेदारों के आवेदन केवल ब्लॉक में ही लिए जाएंगे। किसी भी बड़े नेता या चुनाव समिति के सदस्यों से सीधे आवेदन स्वीकार नहीं होगा

17 से 22 अगस्त तक ब्लॉक कांग्रेस कमेटी में आवेदन लिए जाएंगे।

ब्लॉक कमेटी 1 से 5 नामों का पैनल बनाकर दे सकती हैं, हांलाकि कमेटी के पास आए सारे आवेदन उन्हें DCC यानी जिला कांग्रेस कमेटी को देने होंगे।26 अगस्त तक ब्लॉक कमेटी के पाए आए आवेदन और उनके प्रस्ताव जिला कांग्रेस कमेटी को देने होंगे। 29 अगस्त तक हर हाल में जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक होनी चाहिए।जिला कांग्रेस कमेटी 3 नामों का पैनल बनाकर PCC यानी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पास सौंपेगी। जिसमें सारे आवेदन और प्रस्ताव दोनों ही शामिल होंगे।

स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद जारी होगी पहली सूची

17 अगस्त से शुरू हो रही आवेदन प्रक्रिया को लेकर प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा है, चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार को अपना पूरा ब्यौरा देना होगा कि अब तक उन्होंने कौन से काम किए हैं। उन्होंने कहा कि आवेदनों की छंटनी हमेशा से ही होती आई है और इस बार भी होगी।

टीएस सिंहदेव ने कहा- नेताओं का कोटा नहीं चलेगा, जिताऊ कैंडिडेट को मिलेगा टिकट चुनाव समिति की बैठक में शामिल डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि टिकट के मामले में नेताओं का कोई कोटा नहीं रहेगा। इससे पहले भी केवल एक ही क्राइटेरिया रखा गया था कि विनिंग कैंडिडेट हो। वो कौन और किस नेता से जुड़ा है ये मायने नहीं रखता। उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि किसी उम्मीदवार को केवल इसलिए टिकट नहीं दी जानी चाहिए कि वह टीएस सिंहदेव से जुड़े हुए हैं बल्कि उन्हें दिया जाना चाहिए जो जीत सकते हैं।

दावेदारों की लंबी फेहरिस्त को लेकर टीएस‌ सिंहदेव ने कहा कि जिन विधानसभा सीटों में ज्यादा दावेदार होते हैं,वहां जीत इतनी मुश्किल होती है। वहीं नए चेहरों को लेकर कहा कि पिछली बार सारी पार्टियों को मिलाकर 52 नए चेहरों को जीत मिली थी, इसलिए चुनाव में नए चेहरों को भी मौका दिया जाना चाहिए।

बैठक में हुए शामिल होने वाले नेता

चुनाव समिति की बैठक समिति में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, समिति के अध्यक्ष और पीसीसी चीफ दीपक बैज, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव और आठ मंत्रियों हुए। जिनमें ताम्रध्वज साहू, रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, अनिला भेड़िया, जयसिंह अग्रवाल, मोहन मरकाम, रुद्रगुरु और शिव डहरिया शामिल हैं।



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