मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोदी सरकार पर कसा तंज कहा...चुनाव में छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा को सबक सिखाएगी
रायपुर/ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को दिल्ली में एआईसीसी के मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला आरोप लगाया कि उनके राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और उनके सहयोगियों पर ईडी के छापे छत्तीसगढ़ सरकार को बदनाम करने और दबाने की कोशिश में किए गए उन्होंने कहा कि जितनी बार ये रेड डालेंगे, उतनी ही इनकी सीटें घटेंगी। साथ ही जब सवाल किया गया कि आपके बर्थडे पर छापे पड़े इसका रिटर्न गिफ्ट क्या देंगे, तो उन्होंने कहा कि, रिटर्न गिफ्ट में नवंबर के रिजल्ट में कांग्रेस 75+ सीट जीतेगी। सरकार के कामकाज को बाधित करने के लिए उनके करीबी लोगों के खिलाफ इस तरह के और छापे मारे जाएंगे।
उन्होंने कहा कि मेरे राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के यहां पहुंच गई, ओएसडी के घर भी चले गए लेकिन मिला कुछ नहीं। पहले आईटी ने छापा डाला फिर श्वष्ठ घुसी और अब कोर्ट में अर्जी लगाते हैं कि इन्हीं केस में सीबीआई जांच हो। उन्होंने कहा कि इनका मकसद यही है कि चलती हुई सरकार का काम रोका जाए, सिर्फ राजनीतिक उद्देश्य हैं, ये प्रजातांत्रिक ढंग से चुनाव नहीं लडऩा चाहते।
ईडी की लगातार छत्तीसगढ़ में हो रही छापेमार कार्रवाई को लेकर भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में यही कोशिश हो रही है किस तरह से सरकार को दबाया जाए। उन्होंने कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को करारा जवाब देंगे और छत्तीसगढ़ से बीजेपी का सफाया कर देंगे। यहां छत्तीसगढ़ सरकार को दबाने और बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। जुलाई 2020 में झारखंड चुनाव हारने के बाद बीजेपी ने इसकी शुरुआत की। वे ढाई साल तक चुप थे, लेकिन चुनाव करीब आते ही फिर से सक्रिय हो गए हैं।
सीएम ने कहा कि जांच एजेंसियां छत्तीसगढ़ में 2,168 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगा रही हैं, जिसे वे साबित करने में असमर्थ हैं, क्योंकि छापे में बरामद संपत्ति उस राशि का केवल एक अंश है। बीजेपी की समस्या यह है कि वह इस बात से परेशान है कि सरकार ने किसानों से 107 लाख मीट्रिक टन धान कैसे खरीद लिया, जो पहले खुले में सड़ जाता था। उन्होंने कहा,हमने उन सभी नुकसानों को बचा लिया। यही उनकी चिंता है
