बस्तर की छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम "चिरईया" की शानदार प्रस्तुति
उत्तम साहू
नगरी।बस्तर की ख्याति प्राप्त छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम चिरईया की धमाकेदार प्रस्तुति ने सबका दिल जीत लिया। समिति के सचिव नरेश छेदैहा ने बताया कि खचाखच भीड़ के सामने लोक कला के प्रति समर्पित व सशक्त टीम के जबरदस्त निष्पादन ने नव आनंद कला मंदिर नगरी के रंगमंच पर धुम मचा दिया। छत्तीसगढ़ी फिल्मों के मशहूर नायक लाल जी कोर्राम के कुशल संचालन,निर्देशन,मधुर गीत ,संगीत ,नृत्य ने सबका दिल जीत लिया।। सभी गायक गायिकाओं के मधुर कंठ से गीत छनकर निकल रहे थे।प्रभावशाली व सधी हुई नृत्यशैली ने सबको प्रफुल्लित कर दिया।कुशल कोरियोग्राफी से लबरेज डांस मुद्रा बेहद दिलकश था। वेशभूषा बेहद आकर्षक व अनुरूप था।विश्व प्रसिद्ध बस्तरिहा संस्कृति की झलक देखकर लोग रोमांचित हो उठे।रेलापाटा, मांदरी तथा हुल्की मांदरी नृत्य बेहद दिलचस्प था। करमा,सुवा, ददरिया तथा बारहमासी गीत की भावपूर्ण प्रस्तुति बेहद आकर्षक था ।शिक्षाप्रद प्रहसन ने काफ़ी गुदगुदाया।मंच संचालक जैन जी ने सारगर्भित शब्दों का इस्तेमाल करके दर्शक दीर्घा को बांधकर रखा ।उनका शब्द चयन काबिले तारीफ था । बस्तर की विश्व प्रसिद्ध कला,संस्कृति, इतिहास, परंपरा, भाषा के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए कटिबद्ध इस कार्यक्रम के साफ सुथरी संवाद के वजह से लोग सहपरिवार कार्यक्रम को अंत तक देखते रहे।संगीत पक्ष का संगत दमदार था ।नगरी वालों को नई गीत,नए स्वर ,नई प्रस्तुति व नए तर्ज सुनने को मिला।ज्ञातव्य है कि नगरी में छत्तीसगढ़ की सभी नामी गिरामी छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन हो चुका है बस्तर का यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के ख्यातिप्राप्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों से कम नहीं था।