प्राइमरी स्कूल के बच्चे अब स्थानीय भाषा की सहायता से पढ़ना सीखेंगे
बीआरसी नगरी में वि.खं.के शिक्षक शिक्षिकाओं को दिया गया प्रशिक्षण
उत्तम साहू
नगरी/ प्राथमिक विद्यालय में कक्षा पहली एवं दूसरी के बच्चों को सीखने में आ रही समस्या को देखते हुए शिक्षा विभाग की ओर से स्थानीय भाषा का प्रयोग करते हुए शिक्षण विधि को सुगमता पूर्वक बनाते हुए शिक्षा देने पर जोर दिया जा रहा है,जिसके परिप्रेक्ष्य में बीआरसी कार्यालय नगरी में विकासखंड के 320 प्राथमिक शाला के शिक्षकों का एक-एक दिवसीय शिक्षण विधि में बहुभाषा का प्रयोग कार्यशाला दो चरणों संपन्न हुआ। बहुभाषी प्रशिक्षण में बच्चे के मातृभाषा में शिक्षा देने की बात कही गयी। विकासखंड स्त्रोत समन्वयक आर.एल.साहू ने बताया की नगरी आदिवासी विकासखंड में मुख्यतः स्थानीय भाषा के तौर पर छत्तीसगढ़ही भाषा के अलावा कमारी भाषा बोली जाती है। ऐसे विद्यालय जहां पर कमार जनजाति के बच्चे अध्यनरत हैं उनके शिक्षण प्रविधि में स्थानीय भाषा के तौर पर कमारी बोली का उपयोग करते हुए शिक्षण देने से ज्यादा लाभप्रद व प्रभावी शिक्षण होगा। मास्टर ट्रेनर कैलाश सोन ने बहुभाषा क्या है ? इसके उपयोग कैसे होना चाहिए एवं बाल केंद्रित शिक्षा के बारे में प्रशिक्षार्थियों से विस्तृत चर्चा किया गया। डाइट नगरी से पहले दिवस डाइट संकाय सदस्य कंजन सिंह ध्रुव,देवेंद्र साहू के द्वारा बहुभाषा प्रशिक्षण के बारे में अपने विचार रखे द्वितीय दिवस गजेंद्र सर एवं जोहन नेताम ने बहुभाषा पर जानकारी दिए। मास्टर ट्रेनर्स शशिकांत बैरागी,तोमल साहू,शिवकुमार नेताम,हुलाससिंह सूर्याकर,हरीश कश्यप,नारायण मोहनमाला ने प्रशिक्षण में बहुभाषा से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा किया गया।प्रशिक्षण में नगरी विकासखंड के 320 शिक्षक-शिक्षिकायें सम्मिलित हुए।