बलौदा बाजार कलेक्ट्रेट में आगजनी पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सरकार को घेरा

 बलौदा बाजार कलेक्ट्रेट में आगजनी पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सरकार को घेरा 



रायपुर/ बलौदा बाजार के कलेक्टर कार्यालय में हुई आगजनी के घटना को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सरकार को घेरा है। बघेल ने कहा कि बलौदा बाजार में हुई हिंसा की घटना चिंताजनक है। अगर शासन-प्रशासन ने समय पर आवश्यक कदम उठाए होते तो लोगों की नाराज़गी को इस हद तक जाने से रोका जा सकता था। सतनामी समाज बाबा घासीदास के बताए शांति और सद्भाव के रास्ते पर चलने वाला समाज है। मैं समाज के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।


जाने क्‍या है बलौदाबाजार का पूरा मामला


छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हुये उग्र प्रदर्शन में सैकड़ों मोटर साइकिल व चार पहिया वाहन जलकर खाक हो गए। क्षतिग्रस्त गाड़ियों में सबसे ज्यादा सरकारी गाड़िया और कलेक्टर दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारियों की है। प्रदर्शनकारियों ने सरकारी परिसर के एक इमारत को भी आग के हवाले कर दिया। जिसमे कई विभागों की जरूरी दस्तावेज और सरकारी फाइलें जलकर खाक हो गई। पुलिस ने कलेक्टर परिसर के चारों तरफ बैरिकेडिंग लगा दिया है। साथ ही भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया है।


रैली के बाद प्रदर्शन फिर भड़क उठी भीड़


दरअसल, 15-16 मई 2024 की रात गिरौदपुरी धाम के अमर दास गुफा से लगे जैतखाम में असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़फोड़ की गई थी। सुबह जब घटना की जानकारी समाज के लोगों को हुई तो भारी संख्या में लोग इकठ्ठा हुये और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन गिरौदपूरी में किया था। घटना वाले दिन से अबतक के लगातार समाज के लोगों के द्वारा घटना की सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा था। इसी मामले को लेकर प्रदेश भर से सतनामी समाज के लोग बलौदाबाजार जिला मुख्यालय में जमा हुये थे। समाज के लोगों के द्वारा पहले सभा की गई, जिसके बाद रैली निकालते हुये कलेक्टर कार्यलय का घेराव किया गया। घेराव के दौरान भीड़ एकाएक उग्र हो गई और प्रदर्शन भी उग्र हो गया। प्रदर्शनकारी कलेक्टर परिसर के अंदर घुस गये और वहां रखी सरकारी गाड़ियों और एक इमारत में आग लगा दी। आगजनी की इस घटना के दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की काफी कोशिश की। लेकिन प्रदर्शनकारी उग्र हो गये और पुलिस पर ही पत्थरबाजी और डंडे बरसाने लगे। भीड़ से बचने के लिए पुलिसकर्मियों ने भाग कर अपनी जान बचाई।


प्रदर्शन के दौरान कई कर्मचारी अंदर ही फंसे रहे


बताया जा रहा है कि इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुये और प्रदर्शनकारियों से बचने के लिए कार्यालय में काम करने वाले 200 से ज्यादा कर्मचारी और आम नागरिक कार्यालय के अंदर फंसे हुये थे, जिन्हें पुलिस के द्वारा सुरक्षित बाहर निकाला गया। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने बड़ी संख्या में सरकारी संपत्ति का नुकसान किया है। दमकल की 8 गाड़िया मौके पर पहुंची, जिसमें से दो गाड़ियों में प्रदर्शकारियों ने आग लगा दी और तोड़फोड़ की।

प्रदर्शन को देखते हुये दूसरे जिलों से अतिरिक्त बल मांगा गया है। इधर सीएम विष्णुदेव ने घटना को देखते हुये डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी को बुलाया है। 




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