कवि नूतन लाल साहू द्वारा रचित पुस्तक अक्षर अक्षर ब्रह्म विमोचित

 कवि नूतन लाल साहू द्वारा रचित पुस्तक अक्षर अक्षर ब्रह्म विमोचित

कविताओं में अश्लील शब्द का उपयोग करना देवी सरस्वती का अपमान: भुनेश्वर साहू

      पुस्तक विमोचन समारोह में उमड़ी जनसैलाब 


उत्तम साहू/दबंग छत्तीसगढ़िया न्यूज 

राजिम/ कवि नूतन लाल साहू द्वारा रचित अक्षर अक्षर ब्रह्म पुस्तक का गुरुवार को शाम 4:00 बजे विमोचन किया गया। फिंगेश्वर के बाबा कुटी मैं आयोजित पुस्तक विमोचन समारोह में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हुए थे। इनमें ग्राम बहरापाल, बोरसी, चैतरा, सेंदर, परसट्ठी, बरूला, खुडियाडीह, बिजली, खुटेरी, घोघरा, राजिम, नवापारा, फिंगेश्वर, चौबे बांधा,कोपरा, पांडुका,रावड़, बेलटुकरी, पुरेना सहित गरियाबंद, रायपुर, धमतरी एवं महासमुंद जिला से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हुए थे। इनमें से महिलाओं की भी उपस्थित बड़ी संख्या में रही। गरिमा में माहौल में कवि नूतन लाल साहू को बधाई देते हुए कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों के द्वारा पुस्तक का विमोचन किया गया। विमोचित होते ही तालिया के गड़गड़ाहट से पूरा सभा गूंज उठा। इस मौके पर उपस्थिति कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश साहू संघ के उपाध्यक्ष भुनेश्वर साहू ने अपने उद्बोधन में कहा हमारे साहू समाज में मां सरस्वती के उपासक बड़ी संख्या में है साथ ही हमारा छत्तीसगढ़ और राजिम क्षेत्र साहित्य के क्षेत्र में अत्यंत उर्वरा है। नूतन लाल साहू राजिम भक्ति माता समिति के उपाध्यक्ष होने के साथ ही लगातार कविता लेखन में देश-विदेश दोनों जगह समाज का नाम रोशन कर रहे हैं। 




अक्षर अक्षर ब्रह्म पुस्तक मिल का पत्थर साबित होगी। उन्होंने आगे कहा कि कविताओं में अश्लीलता का पुट होना ज्ञान की देवी मां सरस्वती का अपमान है। अच्छे शब्दों से भी लोगों को हसाया जा सकता है। हंसाने और तालिया के लिए कभी भी जो सुनने में अच्छा न लगे वैसे शब्दों का उपयोग भूलकर भी नहीं करना चाहिए। अक्षर अक्षर ब्रह्म पुस्तक के रचयिता नूतन लाल साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि मेरी इस पुस्तक में देश और समाज को एकता के सूत्र में बांधने पर बल दिया गया है। आप जब इन्हें पढ़ेंगे और समीक्षा करेंगे तब मुझे लगेगा कि मेरी मेहनत की कद्र हो रही है। यह मेरी दूसरी कृति है। विशिष्ट अतिथि राजिम भक्तिन माता समिति के अध्यक्ष लाला साहू ने कहा कि नूतन साहू प्रतिदिन कम से कम एक कविता तो जरूर लिखते हैं और उनकी कविताओं को बड़ी संख्या में लोग पढ़ रहे हैं जिसके ही प्रतिफल आज इन्हें गली कुचों से लेकर गांव, शहर तथा महानगरों में सम्मानित किया जा रहा है। 

हिंदुस्तान के 70 टॉप कवियों में इनका नाम शुमार हुआ है। कुछ महीने पहले हमारे पड़ोसी देश नेपाल में इनका सम्मान हुआ है। इससे हमारा पूरा प्रदेश गौरांवित है। कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व थाना प्रभारी एवं भाजपा नेता बोधन साहू, साहू समाज राजिम तहसील परिक्षेत्र के अध्यक्ष गैंद लाल साहू, घनश्याम साहू, रत्नांचल जिला साहित्य परिषद के अध्यक्ष जितेंद्र सुकुमार साहिर, त्रिवेणी संगम साहित्य समिति के अध्यक्ष मकसुदन राम साहू बरीवाला, प्रयाग साहित्य समिति के अध्यक्ष टीकमचंद सेन दिवाकर इत्यादि बड़ी संख्या में कवि साहित्यकार तथा उनके चाहने वाले लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कवि एवं साहित्यकार संतोष कुमार सोनकर मंडल तथा आभार प्रकट दिव्यांग संघ के जिला अध्यक्ष जागेश्वर साहू ने किया।

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