ऋषि पंचमी पर सीतानदी अभ्यारण्य वैद्य संघ का समागम
सिहावा क्षेत्र में जड़ी बूटी औषधियों का भंडार, संरक्षण की जरूरत
उत्तम साहू
नगरी- सीता नदी अभ्यारण वैद्य संघ द्वारा मेचका स्थित मुचकुंद ऋषि पर्वत के नीचे इकोसेंटर में पारम्परिक रूप से ऋषि पंचमी का पर्व मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि दिनेश्वरी नेताम अध्यक्ष जनपद पंचायत नगरी, विशिष्ट अतिथि स्थानीय सरपंच बिमला धुर्वा, सरपंच महेंद्र नेताम, सरपंच ऋषि ओटी एवं वैद्य संघ के भगवान सिंह नेताम, फूल सिंह नेताम थे। संघ के पुजारी, गायत द्वारा विधि विधान से पूजा अर्चना कर अपने शिष्यों के साथ पारंपरिक जड़ी बूटियां का प्रसाद भगवान सप्तॠषि, शिव पार्वती एवं नाग देवता को अर्पण कर श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया ।
इस अवसर पर महेन्द्र नेताम ने कहा कि प्रतिवर्ष भादो शुक्लपक्ष के पंचमी तिथि को ऋषि पंचमी मनाया जाता है। इस दिन व्रत रखने वाले शिष्य व महिलाएं सप्त ऋषियों की पूजा करते हैं और उनसे जाने अनजाने में हुए पापों की मुक्ति की कामना करते हैं। व्रत रखने वालों के लिए ऋषि पंचमी की कथा पढ़ना अनिवार्य माना गया है। कहते हैं ऋषि पंचमी का व्रत रखने से बड़े से बड़े पापों से मुक्ति मिल जाती है। हिंदू धर्म में इस व्रत को बेहद कल्याणकारी माना गया है।
मुख्य अतिथि दिनेश्वरी नेताम ने सभी वैद्यजनों से निवेदन किया कि सिहावा क्षेत्र में वृहद् रूप से जडी-बूटियां विलुप्त हो रही हैं। जिसका संरक्षण व संवर्धन हम सबकी महति जिम्मेदारी है। आने वाली पीढ़ी को आयुर्वेद के क्षेत्र में आगे लाकर व्याधियों से बचाना है। सीतानदी अभ्यारण्य वैद्य संघ एवं वन विभाग के सहयोग से सभी आगंतुकों को भोजन प्रसादी वितरण किया गया। गायता ध्रुर्वा, पुजारी बृजलाल नेताम, प्रकाश यादव, जोहन नेताम, देवा नेताम मनीष ध्रुव, संतोष ठाकुर, युवा वाद्यों के अलावा वन विभाग के कर्मचारियों का विरोध योगदान रहा।