आज गोवर्धन पूजा..गाय माता की पूजा अर्चना कर खिचड़ी खिलाने की है परंपरा..
उत्तम साहू, दबंग छत्तीसगढ़िया न्यूज
नगरी/ नगरी सिहावा क्षेत्र के साथ ही पूरे छत्तीसगढ़ में आज गोवर्धन पूजा मनाई जा रही है, खासकर ग्रामीण अंचलों के गांव में गोवर्धन पूजा का खासा महत्व है. इस दिन हर घर में गायों की पूजा की जाती है।
गौरतलब हो कि गोवर्धन पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अन्नकूट है, इस दिन छतीसगढ में पशुपालक और किसान गायों के गले में विशेष रूप से बनाया गया सोहई बांधकर खिचड़ी खिलाने की परंपरा है
बता दें कि इस त्यौहार का छतीसगढ के लोकजीवन में बहुत महत्व है। इस पर्व में प्रकृति के साथ मानव का सीधा सम्बन्ध दिखाई देता है। इस पर्व की अपनी मान्यता और लोककथा है। गोवर्धन पूजा में गोधन अर्थात गायों की पूजा की जाती है।
शास्त्रों में बताया गया है कि गाय उसी प्रकार पवित्र होती है जैसे नदियों में गंगा, गाय को देवी लक्ष्मी का स्वरूप भी कहा गया है। देवी लक्ष्मी जिस प्रकार सुख समृद्धि प्रदान करती हैं उसी प्रकार गौ माता भी अपने दूध से स्वास्थ्य रूपी धन प्रदान करती हैं। इनका बछड़ा खेतों में अनाज उगाता है। ऐसे में गौ सम्पूर्ण मानव जाति के लिए पूजनीय और आदरणीय है,इसके प्रतीक के रूप में गाय की पूजा अर्चना करने के पश्चात खिचड़ी खिलाईं जाती है। इसके बाद बचे हुए खिचड़ी को सभी लोग प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं,