हाथी के हमले से हुए 4 वर्ष की कमार बच्ची की मौत पर आया नया मोड़
कथित पोटाश बम से घायल हुए हाथी ने बच्ची पर किया हमला..कौन है इसके जिम्मेदार ..? पढ़िए पूरी खबर
उत्तम साहू
धमतरी/ नगरी/ उदंती सीता नदी टाईगर रिजर्व के ग्राम आमाबहार में चार वर्ष की कमार बच्ची को हाथी ने कुचल दिया इस घटना से बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई है, यह दर्दनाक घटना हाथी के मार्ग को अवरूद्ध किये जाने की वजह से हुआ है इसका खामियाजा चार साल की मासूम बच्ची को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी है, बताया गया है कि जो हाथी उड़ीसा के रास्ते जा रहा था उसके रास्ते को अवरुद्ध किया गया है, ऐसा करके वन्य प्राणी को क्या घरेलू बनाया जा सकता है..? पोटाश बम की अफवाह भी संदिग्ध लग रहा है। आज तक इस क्षेत्र में हाथी के हमले से 6 लोगों को अपने जान से हाथ धोना पड़ा है,
बता दें कि जिस कमार बच्ची को हाथी ने हमला कर मौत के घाट उतारा है वह हाथी विगत दिनों कथित रूप से पोटाश बम से घायल हो गया था, जिसका इलाज जारी है जो मिडिया की सुर्खियां बनी हुई है, अब सवाल यह उठता है की वन विभाग के द्वारा जब हाथी का इलाज कराया जा रहा है तो यह हादसा कैसे हुआ..? क्या हाथी का निगरानी नहीं हो रहा था..? अगर हाथी का निगरानी किया जा रहा था तो बच्ची पर हमला कैसे हुआ ? इसका जवाब तो वन विभाग के पास है, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि घायल हाथी पर वन विभाग का कंट्रोल नहीं है, ऐसा प्रतीत होता है कि घायल हाथी के ईलाज का विडियो बना कर उप निदेशक वरुण जैन के द्वारा मिडिया में सुर्खियां बटोरने का कार्य किया गया है,
उपनिदेशक के द्वारा वन्य प्राणी संरक्षण के विपरीत कार्य किया है जिसके वजह से बच्ची की जान गई है।
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों एक सिंगल घायल हाथी जिसका प्राकृतिक विचरण क्षेत्र को रोककर फोटोग्राफी एवं इलेक्ट्रॉनिक प्रिंट मीडिया में लाने हेतु उड़ीसा राज्य वन मंडल नवरंगपुर रायघर रेंज के कुंदई सेक्टर जो सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र की सीमा से लगभग आधा किलोमीटर दूर है उनका प्राकृतिक मार्ग को माह नवंबर 2024 के अंतिम सप्ताह में वरूण जैन के द्वारा अवरुद्ध कराया गया तथा अपने क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर इलाज के नाम पर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के विपरीत अवैधानिक कृत्य करते हुए जमकर वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी करवा कर पत्र पत्रिकाओं में शेयर भी किया और टेलीविजन में इंटरव्यू भी दिया है जो कि वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के विपरीत है।
जब हमने इस घटना की जानकारी लेने सहायक संचालक एम आर साहू से बात किया तो उन्होंने बताया की हाथी के हमले से चार साल की बच्ची की मौत हुई है उसकी जिम्मेवार वरुण जैन है श्री जैन के विरुद्ध परोक्ष रूप से हत्या का मामला दर्ज करवाने के लिए वरिष्ठ कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) अरण्य भवन अटल नगर नया रायपुर को पत्र लिखा गया है ताकि वन्य जीवों के साथ-साथ जंगल में रह रहे आदिवासी जनजाति के ग्रामीणों को भी उचित न्याय मिल सके।