परलकोट विद्रोह के महानायक अमर शहीद गैंद सिंह नायक के शहादत दिवस पर दी गई श्रद्धांजलि
उत्तम साहू, दबंग छत्तीसगढ़िया न्यूज
नगरी/ दिनांक 20.1.2025 अमर शहीद गैंद सिंह नायक, जिन्होंने परलकोट विद्रोह का नेतृत्व कर आदिवासी समुदाय और स्वतंत्रता संग्राम के लिए अतुलनीय योगदान दिया, उनकी शहादत दिवस मुख्यालय नगरी में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। इस आयोजन में सिहावा विधानसभा क्षेत्र की विधायक अंबिका मरकाम विशेष रूप से उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता नरेंद्र नाग ने की कार्यक्रम में कई वरिष्ठ और स्थानीय नेताओं की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिनमें शामिल थे:हृदय नाग,ओमी ठाकुर,उमेश देव,सचिन भंसाली,रैन लाल देव,डॉ. किशोर देव,अनिता चिन्दा,उत्तम नेताम,अनिरुद्ध साहू,बंशी श्रीमाली,नरेंद्र श्रीमाली,हेमंत शांडिल्य,संतोषी कश्यप उपस्थित थे।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य परलकोट विद्रोह के महानायक गैंद सिंह नायक के बलिदान को स्मरण करना और उनके विचारों को समाज के समक्ष रखना था। उनकी वीरता और संघर्ष की गाथा को याद करते हुए यह आयोजन स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में उनके योगदान को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम बना। विधायक अंबिका मरकाम ने अमर शहीद गैंद सिंह नायक की जीवनी और उनके संघर्षों पर प्रकाश डालते हुए कहा:"गैंद सिंह नायक न केवल परलकोट विद्रोह के नायक थे, बल्कि वह आदिवासी समाज के सशक्तिकरण और अन्याय के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक हैं। उनका बलिदान हमें सिखाता है कि सत्य और न्याय के लिए कभी पीछे नहीं हटना चाहिए। उनका योगदान स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में अमिट है।"उन्होंने यह भी कहा कि शहीद गैंद सिंह नायक ने जिस साहस और दृढ़ संकल्प का परिचय दिया, वह आज के समाज के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों से अपील की कि हम शहीद के आदर्शों को अपनाकर अपने समाज और देश के विकास में योगदान दें।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:
1. गैंद सिंह नायक की जीवनी पर चर्चा:
उनके जीवन और संघर्षों को विस्तार से बताया गया, जिससे लोगों को उनकी वीरता और स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका के बारे में जानकारी मिली।
2. श्रद्धांजलि अर्पित:
अमर शहीद गैंद सिंह नायक को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि दी गई।
3. सांस्कृतिक कार्यक्रम:
कार्यक्रम में आदिवासी परंपराओं पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हुईं, जो गैंद सिंह नायक के योगदान को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित की गईं।
4. सामाजिक जागरूकता:
उनके बलिदान को युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाने और समाज में एकता, समानता, और न्याय के लिए काम करने का संदेश दिया गया।अध्यक्ष नरेंद्र नाग ने अपने वक्तव्य में कहा कि गैंद सिंह नायक का बलिदान केवल आदिवासी समाज ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमें उनकी वीरता और बलिदान को हमेशा याद रखना चाहिए और उनके आदर्शों पर चलते हुए समाज को नई दिशा देनी चाहिए। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों और जनता ने एकजुट होकर शहीद के बलिदान को नमन किया।