वन विभाग के 5 अधिकारियों की शिकायत लोक आयोग में
आयोग ने वन विभाग के अपर सचिव को दिनांक 8 मई तक जांच कर प्रतिवेदन देने कहा
मामला अर्सीकन्हार परिक्षेत्र में आधे-अधूरे बने 17 नग आवासीय भवन का
दबंग छत्तीसगढ़ीया न्यूज़
नगरी/ उदंती सीता नदी टाईगर रिजर्व के अर्सीकन्हार वन परिक्षेत्र में वन कर्मचारियों के लिए बनाए जा रहे 17 नग आवासीय भवन का मामला लोक आयोग पहुंच गया है,इस भवन की स्वीकृति वर्ष 2020.21 में हुई और इसके लिए 95 लाख का बजट मुहैया कराया गया था, लेकिन आज तक भवन का निर्माण पूर्ण नहीं हुआ है, निर्माणाधीन आवासीय भवन विगत चार वर्षो से अधूरा पडा है, पत्रकार उत्तम साहू के द्वारा मामले की शिकायत लोक आयोग में किया गया है जिस पर आयोग ने संज्ञान में लेकर वन विभाग के अपर सचिव को पूरे मामले की जांच कर दिनांक 8.5.2025 के पूर्व प्रतिवेदन देने को कहा है।
शिकायतकर्ता ने जांच में लीपापोती करने की आंशका जाहिर करते हुए मांग किया है कि जांच के दौरान मेरी भी उपस्थिती सुनिश्चित किया जाए ताकि जांच निष्पक्ष हो सके।
अधिकारी जिसके खिलाफ की गई शिकायत
नगरी उदन्ती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद के उपनिदेशक वरुण जैन, एसडीओ जगदीश प्रसाद दर्रों, एसडीओ गोपाल कश्यप,अर्सीकन्हार परिक्षेत्र के तत्कालीन रेंजर देवदत्त तारम,
जानिए पूरा मामला
उदंती सीता नदी टाईगर रिजर्व के अरसीकन्हार परिक्षेत्र के अंतर्गत कैंपा मद से लगभग 1 करोड की लागत से वन कर्मचारियों के लिए 17 नग आवासीय भवन का निर्माण करना था लेकिन चार वर्ष के बाद भी यह निर्माण कार्य आज तक पूरा नहीं हुआ है। इस कार्य में लगे दर्जन भर से अधिक मजदूरों को आज तक मजदूरी नहीं मिली है, इन अधिकारियों के संरक्षण में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है।
निर्माण कार्यों पर लीपापोती
वन विभाग के भ्रष्टचार की पोल खुलने के बाद आनन फानन में ग्राम फरसगांव मे वन विभाग का पुराना कर्मचारी आवासीय क्वाटर जो डिस्मेटल हो गया है इसी डिस्मेन्टल भवन का पुरानी ईट को नये भवनों के निर्माण कार्य मे किया जा रहा है, यहां बताना लाजिमी है कि सुरक्षा के लिहाज से हाथियो के लिये आये गजराज वाहन से पुराने भवन का ईट परिवहन किया जा रहा है। जिसके कारण अब गजराज वाहन भी जर्जर व छतिग्रस्त हो गया है, इसी तरह निर्माण कार्य में जंगल के ही नदी नाले से रेत निकाल कर भवन निर्माण में उपयोग किया जा रहा है।