ED की बड़ी कार्रवाई..कवासी लखमा और बेटे की संपत्ति सीज

  ED की बड़ी कार्रवाई..कवासी लखमा और बेटे की संपत्ति सीज




रायपुर/ शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने (ED) शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है. शराब घोटाले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा अभी जेल में हैं. ईडी ने कुल 6 करोड़ 15 लाख 75000 की संपत्ति को अटैच किया गया है, इसके अलावा सुकमा में स्थित कांग्रेस कार्यालय की 65 लाख की संपत्ति को अटैच किया है। कांग्रेस मीडिया चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने ईडी की कार्रवाई पर कहा कि मोदी सरकार के इशारे पर केंद्रीय एजेंसी अपनी सीमा लांघ रही है. ये कार्रवाई राजनैतिक ष्डयंत्र का हिस्सा है. कांग्रेस पार्टी अपने सभी कांग्रेस भवन की एक-एक पाई का हिसाब दे देगी. कांग्रेस आजादी कि पहले से कार्यकर्ताओं के सहयोग से कांग्रेस भवन बनाती रही है. विपक्ष में रहते हुए रायपुर में राजीव भवन बनाया. ED में साहस है कि डेढ़ सौ करोड़ की लागत से बने बीजेपी कार्यालय की जांच करे? या सिर्फ विपक्ष को बदनाम करने का काम करेगी.

बता दें कि छत्तीसगढ़ में हुए 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की ईडी जांच कर रही है. छत्तीसगढ़ शराब घोटाला साल 2019 से 2022 के बीच हुआ था. इस समय कांग्रेस की भूपेश बघेल की सरकार सत्ता में थी. उस समय कवासी लखमा राज्य के आबकारी मंत्री थे. आरोपों के मुताबिक, कवासी लखमा को 36 महीनों में अवैध सिंडिकेट के माध्यम से 72 करोड़ रुपये मिले थे. यह मामला छत्तीसगढ़ में शराब कारोबार से जुड़ा हुआ है और ईडी इसकी जांच कर रही है.

लखमा को इसी वर्ष 15 जनवरी को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था. इससे पहले 28 दिसंबर 2024 को ईडी ने लखमा और उनके करीबियों के घरों पर छापेमारी की थी. 3 जनवरी और 9 जनवरी को भी कांग्रेस नेता लखमा से पूछताछ की गई थी. इसके बाद 15 जनवरी को पूछताछ के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. लखमा तभी से जेल में है. ईडी ने शराब घोटाले में 21 लोगों को आरोपी बनाया है. इसमें कवासी लखमा, अनवर ढेबर, अनिल टूटेजा, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, छत्तीसगढ़ डिस्टलर, वेलकम डिस्टलर, टॉप सिक्योरिटी, ओम सांई ब्रेवरेज, दिशिता वेंचर, नेस्ट जेन पावर, भाटिया वाइन मर्चेंट और सिद्धार्थ सिंघानिया सहित अन्य लोगों के नाम शामिल हैं.


  

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