दुगली में छ.ग. लोककला की महक के साथ संपन्न हुआ चिन्हारी महोत्सव 2025
हमर छत्तीसगढ़ साजापल्ली महासमुंद बना प्रथम विजेता, सम्मान समारोह में शहीद परिजन और सेवानिवृत्त जवान का हुआ सम्मान
उत्तम साहू
नगरी- धमतरी/ जिले के ग्रामीण अंचल में लोकसंस्कृति और परंपरा के रंगों से सजा “चिन्हारी महोत्सव 2025” का भव्य आयोजन माता अंगार मोती लोककला संस्कृति विचार मंच एवं सेवा समिति, दुगली (नगरी-सिहावा) के तत्वावधान में संपन्न हुआ।
यह आयोजन समिति अध्यक्ष सुरेन्द्र राज ध्रुव के नेतृत्व में लगातार दसवें वर्ष सफलतापूर्वक आयोजित किया गया, जिसने क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया।
माता अंगारमोती के देव परंपरा फूल मंडाई के अवसर पर आयोजित इस राज्यस्तरीय डांस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ की लोकसंस्कृति की अद्भुत झलक देखने को मिली।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी तिरिवंन्दु शेखर कंवर (धमतरी) रहे, जबकि अध्यक्षता जनपद पंचायत नगरी के अध्यक्ष महेश गोटा ने की।
कार्यक्रम के अतिविशिष्ट अतिथियों में जिला पंचायत सदस्य अजय फत्तेलाल ध्रुव, पूर्व जिला पंचायत सदस्य खूबलाल ध्रुव, जनपद सदस्य कलावती मरकाम, पूर्व जिला उपाध्यक्ष राजाराम मंडावी, रविशंकर नाग (ईपीएमजेएसवाय खैरागढ़), रविन्द्र देव सोरी, सरपंच रामेश्वर मरकाम (दुगली), सरपंच रमेश मंडावी (बांधा), सरपंच उत्तम नेताम (राजपुर), मंडी अध्यक्ष रुमलाल मरकाम (डोगाडूला) सहित अनेक जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे।
शहीद निर्मल नेताम को नमन, परिजनों का भावभरा सम्मान
महोत्सव की शुरुआत गांव के शहीद निर्मल सिंह नेताम और पुरखों को श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई।
इसके उपरांत शहीद निर्मल नेताम के परिजनों का मंच से भावनात्मक सम्मान किया गया।
इसी क्रम में दिनकरपुर निवासी सेवानिवृत्त सैनिक बसंत सिंह सोरी का भी सम्मान किया गया।
छात्रों, पत्रकारों और बुजुर्गों को मिला सम्मान
दसवीं और बारहवीं कक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों शिवा कुमार, लिलिमा ध्रुव, मैनावती, मिलाप कुमार को प्रतिभावान छात्र पुरस्कार से नवाजा गया।
शहीद निर्मल सिंह नेताम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, दुगली के राज्य स्तरीय प्रतिनिधि छात्र दीपक कुमार, रामेश्वरी मरकाम, कुलेश्वरी, आसनी, मनीषा, ज्योति, आरती, भावेश, साहिन, जयंत, दीपेश, देवेश, राहुल, सूर्या, दुष्यंत, सोनेश्वर, नवीन, दिनेश, पंकेश्वरी, सुनीता, चंद्रमनी, लक्ष्मी को प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिन्ह प्रदान किया गया।
राज्यस्तरीय डांस प्रतियोगिता के परिणाम
लोककला आधारित इस प्रतियोगिता में सैकड़ों कलाकारों ने मंच पर धमाकेदार प्रस्तुति दी।
सामूहिक नृत्य वर्ग में विजेताओं का क्रम इस प्रकार रहा
1️⃣ प्रथम स्थान: हमर छ.ग. डांस ग्रुप, बड़े साजापल्ली (महासमुंद)
2️⃣ द्वितीय स्थान: प्रतिमा डांस ग्रुप, जांजगीर-चांपा
3️⃣ तृतीय स्थान: स्वरागिनी डांस परिवार, रतनपुर (बिलासपुर)
4️⃣ माता महिमा डामहाटोला, राजनांदगांव
5️⃣ आर.एन. डांस ग्रुप, बागबाहरा
6️⃣ आम्रपाली डांस ग्रुप, कोरबा
7️⃣ पुरवर्ईया डांस ग्रुप, बिरापारा (विश्रामपुरी)
युगल नृत्य वर्ग में
1️⃣ साधना सरगम, जांजगीर-चांपा
2️⃣ पवन-हीना, रायपुर
3️⃣ खुश्बू-श्याम, पिथौरा (महासमुंद)
4️⃣ चुरकी-मुरकी, पिथौरा (महासमुंद)
एकल नृत्य वर्ग में
1️⃣ संयुक्त लक्की यादव, धमतरी एवं मल्लिका रायगढ़
2️⃣ संगीता कोरचे, धनतुलसी (कांकेर)
3️⃣ खिलावन निषाद
4️⃣ अंजली दीवान, रायपुर
मनोरंजन और जनसमूह
कार्यक्रम में बस्तर के चर्चित हास्य कलाकार सीजी मास्टर की कुमार और इक्कु की प्रस्तुति ने दर्शकों को खूब हंसाया।
समापन के अवसर पर दस हजार से अधिक लोगों की भीड़ उमड़ी।मेला स्थल और सड़कों पर भी दर्शकों का जनसैलाब देखने को मिला।
पुलिस प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था और आयोजक समिति के युवाओं की अनुशासित टीमवर्क से कार्यक्रम भव्य और शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हुआ।
संगठन की प्रमुख भूमिका
कार्यक्रम की सफलता में आयोजक समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य उपाध्यक्ष सीताराम नेताम, कोषाध्यक्ष शंकर नेताम, महासचिव मनहरण टांडेश, सहसचिव भावसिंह मरकाम, वरुण देव नेताम, सुर्या सलाम, राजेश्वर नेताम, हरिशंकर मरकाम, भैय्यालाल ध्रुव, बिंदेश्वर विश्वकर्मा, मयाराम टांडेश, बसंत टांडेश, बसंत नरेटी, रमेश कुंजाम, तुलसीराम मरकाम, सुखचंद विश्वकर्मा, हलालखोर सोरी, गजराज ध्रुव, गोपाल यादव, केशव नेताम, तोषण मरकाम, आदित्य तिवारी सहित पूरी टीम का सराहनीय योगदान रहा।
कार्यक्रम का संचालन आशीष नाग (अमाली, नगरी-सिहावा) ने प्रभावशाली ढंग से किया।
इस प्रकार दसवें वर्ष का यह “चिन्हारी महोत्सव” लोकसंस्कृति, समरसता और गौरव की नई पहचान बन गया।



