राम पथ से राम वन तक.यात्रा पहुंची सिहावा.जानिए राम वनगमन का इतिहास

 राम पथ से राम वन तक.यात्रा पहुंची सिहावा.जानिए राम वनगमन का इतिहास 

प्रकृति का अनुपम उपहार सप्तर्षियों का आश्रम से लेकर महानदी का उद्गम स्थान सिहावा क्षेत्र में

नगरी/ संपूर्ण छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ शासन की ओर से चलाए जा रहे अभियान के तहत "राम पथ से राम वन तक"अभियान चलाया जा रहा है. इसके लिए माय एफएम के आरजे अनिमेष और आरजे अंजनी माय एफएम टीम के साथ राम वन गमन पथ का भ्रमण कर रहे हैं. जहां-जहां भगवान राम के कदम पड़े थे वहां की माटी एकत्रित कर चंदखुरी के माता कौशल्या मंदिर लाया जाएगा, जहां उस माटी के साथ वृक्षारोपण करेंगे.

इस पहल के तहत कल आरजे अंजनी के साथ माय एफएम टीम सिहावा पहुंची थी. सिहावा का नाम सिहावा पड़ने की पीछे एक कहानी है. मान्यता के अनुसार ऐसा कहा जाता है भगवान शिव यहां शम्भू जी की कथा सुनने आए थे तो जब भगवान शिव यहां आए थे तो लोगों ने कहा था शिव आवा शिव आवा और तब से ही यहां का नाम सिहावा पड़ा है. सम्पूर्ण सिहावा पहाड़ों से घिरा हुआ है. यहां सप्तऋषियों के सात पहाड़ हैं.

400 सीढ़ियों का श्रृंगी ऋषि का आश्रम भी सिहावा में है और उनके आश्रम से ही महानदी का उद्गम हुआ है. कल यहां सिहावा विधानसभा की विधायक रश्मि ध्रुव ने माय एफएम की टीम के साथ माटी एकत्रित की. साथ ही गणेश्वर धाम मंदिर में वृक्षारोपण किया. इस दौरान वहां स्काउट गाइड के बच्चों ने भी इस पहल में अपना योगदान दिया.

इस पहल के माध्यम से देश का हर नागरिक भगवान श्री राम के इतिहास को अब और भी करीब से जान पाएगा. मंगलवार की देर शाम मुख्यमंत्री निवास के बाहर इस पहल की शुरूआत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों हुई थी. इस पहल के तहत माय एफएम के आरजे अनिमेष और आरजे अंजनी राम वन गमन पथ के पवित्र स्थानों जैसे सीतामढ़ी हरचौका कोरिया, रामगढ़ अंबिकापुर, शिवरीनारायण जांजगीर चापा, तुरतुरिया बलौदाबाजार, राजिम गरियाबंद, सिहावा धमतरी, जगदलपुर बस्तर और सुकमा के राम वन गमन पथ की पावन मिट्टी को एकत्रित कर चंदखुरी के माता कौशल्या के मंदिर में उस मिट्टी से वृक्षारोपण करेंगे. आप सब भी माय एफएम की टीम के साथ जुड़कर इस पहल की हिस्सा बन सकते हैं.

माय एफएम और छत्तीसगढ़ सरकार आप सभी को इस पहल के माध्यम से छत्तीसगढ़ को और भी करीब से जानने का अवसर दे रही है और यह केवल अवसर नहीं आपके लिए एक यादगार अनुभव भी होने वाला है.


 

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