कुरूद दशहरा महोत्सव में कामता प्रसाद शरण जी की मनभावन प्रस्तुति ने मोहा मन,बड़ी संख्या में उमड़ी भीड़
मुकेश कश्यप कुरूद/सोमवार को खेल मैदान में कुरूद दशहरा महोत्सव के आयोजन अवसर पर महानवमी के दिन “कामता प्रसाद शरण जी” द्वारा जय गुरुदेव संकीर्तन मानस परिवार की मनभावन प्रस्तुति हुई। उन्होंने छतीसगढ़ी रामायण,शिव जी विवाह सहित धार्मिक कथाओं का छतीसगढ़ी भाषा संवाद द्वारा दर्शको को बांधे रखा।अपने अंदाज में उन्होंने लगातार एक से बढ़कर एक संवाद कौशल व गीत संगीत से बड़ी संख्या में उमड़ी भीड़ का दिल जीत लिया।हास्य प्रसंग का भी उन्होंने वर्णन कर दर्शको को गुदगुदाया।
कुरूद में प्रतिवर्ष परंपरानुसार लगातार 24 वर्षों से “दशहरा उत्सव” इस वर्ष भी नगर दशहरा उत्सव समिति द्वारा "कुरुद दशहरा महोत्सव 2023" का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें दिनांक 23 अक्टूबर को कुरूद के समस्त संघ-संगठनों के प्रतिनिधि, दुर्गा पंडालों के प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों के आतिथ्य मे सम्पन्न हुआ।महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप मे आशीष उद्बोधन मुलचंद सिन्हा प्रेस क्लब अध्यक्ष, व्यापारी संघ अध्यक्ष योगेन्द्र सिन्हा , रावण निर्माण समिति प्रभारी कोमल साहु का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। विशिष्ट अतिथिगणों मे अधिवक्ता संघ से सुरज लांबा, लक्ष्मीकांत द्विवेदी, वन्देमातरम परिवार से कमल शर्मा, बोल बम सेवा समिति से किशोर यादव, रवि चुनमुन चन्द्राकर, अभिव्यक्ति कला मंच से कुलेश्वर सिन्हा, हनुमान सेवा समिति से प्रकाश धीवर, आज़ाद हिन्दु युवा मंच से मुकेश अग्रवाल, कर्मचारी संघ से हुमन चन्द्राकर, पत्रकार संघ से मुकेश कश्यप, तुलसी साहु, हाइवा संघ से निर्मल चन्द्राकर, रावण निर्माण समिति से दौलत ध्रुव, टेकु साहु, दुर्गा पंडालों से खिलेन्द्र देवांगन, भारत ठाकुर, राज देवांगन, राजू साहु, भूपेन्द्र छोटू, दशहरा आयोजन समिति अध्यक्ष कुशल सुखरामणी, कोषाध्यक्ष बसंत सिन्हा के आतिथ्य मे खेल मैदान कुरूद में सम्पन्न हुआ।
महोत्सव मे आतिथ्य सम्मान पश्चात छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध प्रवचनकर्ता कामता प्रसाद शरण जी के रामायण पार्टी जय गुरुदेव संकीर्तन मानस परिवार द्वारा धार्मिक आयोजन प्रस्तुति हुई, महोत्सव समिति द्वारा सभी का आभार महासचिव भानु चन्द्राकर ने एवं मंच संचालन प्रभात बैस ने किया।
इस अवसर पर आयोजन समिति के सदस्यों में पूर्व न.प. अध्यक्ष रविकान्त चन्द्राकर, कृष्णकांत साहु, मालकराम साहु, पूर्व पार्षदगण सुनिल चन्द्राकर, नेमी बैस रामेश्वर ध्रुव, टेकराम साहु, चंदन शर्मा, खुबलाल चन्द्राकर, गावस्कर साहु, टीकेश्वर चन्द्राकर, टेकू चन्द्राकर, महेश साहु, प्रवीण शर्मा, दीलिप टंडन, केवल साहु, चंदन निर्मलकर, भूखन सेन, नीरज, सौरभ, खिरीराज साहु, भोला साहु, रंजन साहु, खोमन चन्द्राकर, राजू साहु, मिथलू बैस आयोजन समिति के सदस्यों सहित विशाल जनसमूह मे 8 से 10 हज़ार की संख्या में श्रद्धालुजन महोत्सव के दौरान सम्मिलित हुए।