नेंगीनाला में सामुदायिक वन संसाधन प्रबंधन एवं पेशा अधिनियम पर जिला स्तरीय सम्मेलन आयोजन

 नेंगीनाला में सामुदायिक वन संसाधन प्रबंधन एवं पेशा अधिनियम पर जिला स्तरीय सम्मेलन आयोजन

पांचवीं अनुसूची एवं छठवीं अनुसूची क्षेत्र में विशेषाधिकार कानून पर विशेषज्ञों ने विशेष मार्गदर्शन दिया। 



उत्तम साहू/दबंग छत्तीसगढ़िया न्यूज 

धमतरी/ गट्टासिल्ली सामुदायिक वन संसाधन प्रबंधन एवं पेशा अधिनियम के वास्तविक क्रियान्वयन पर एक दिवसीय जिला स्तरीय सम्मेलन का आयोजन प्रेरक स्वयं सेवी संस्था जिला मुख्यालय गरियाबंद के संचालकों व्दारा नगरी ब्लाक के नेंगीनाला में कार्यशाला आयोजन किया गया।इस दौरान कार्यशाला के मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य मनोज कुमार साक्षी जिला स्तरीय वनाधिकार सदस्य जिला पंचायत धमतरी रहे। कार्यक्रम के दौरान साक्षी ने अपनी अभिभाषण में कहा जिले के अनुसूचित जनजाति एवं गैर जनजाति परंपरागत वन निवासी वन अधिकारों की मान्यता अधिनियम 2006संसोधन नियम 2012 के तहत धारा 3.1(झ) में सामुदायिक वन संसाधनों की संरक्षण संवर्धन प्रबंधन का अधिकार ग्रामसभा को दी गई है। उक्त कानून वनों के प्राकृतिक संसाधन,गोण लघु वनोपज गोण खनिजों पर मालिकाना अधिकार प्रदान करता है। इसलिए हम सबकी जिम्मेदारी है वनों को बचाने के साथ,वनों का संरक्षण और संवर्धन करना साथ विनाश विहीन दोहन ग्रामीणों का दायित्व बनता है।पेशा कानून का अधिकार 1996 नियम 2022 के तहत संविधान में पांचवीं अनुसूची के अनुच्छेद 244(1) व(2) अनुसूचित क्षेत्रों में और अनुसूचित जनजातियों के प्रशासन व स्वशासन और नियंत्रण के बारे में विशेषाधिकार दिया गया है। लेकिन विडंबना यह है कि विशेषाधिकार को पूर्ण रूप से आज तक पालन नहीं कराया गया और न ही अनुपालन कराया जा सका।पेशा अधिनियम सामुदायिक वन संसाधन विशेषज्ञ हेमन्त तुमरेटी ने भी कार्यशाला में आदिवासी समाज को प्रकृति प्रेम के साथ वनों को संरक्षित रखन की पुरातन परंपरा,विनाश विहीन दोहन करना पुरखों की आदिम परंपरा बताया। 

वहीं प्रेरक स्वयं सेवी संस्था के जिला अध्यक्ष आर.जी.सिन्हा गरियाबंद ने ग्रामीणों को उद्धबोधन दौरान कहा महिला सशक्तिकरण को लेकर महिलाओं की ग्राम सभाओं में 33 प्रतिशत भागीदारी व निर्णय प्रक्रिया में हिस्सेदारी अनिवार्य है। वहीं प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण संवर्धन प्रबंधन में मिले विशेषाधिकार,आवास राशन कार्ड,जमीन की पट्टे में महिलाओं का नाम या होने से महिलाओं का सशक्तिकरण होना। महिलाओं के विशेषाधिकार के बारे में विस्तार पूर्वक स्थानीय भाषा में ग्रामीण को बताया। कार्यशाला में क्षेत्र के पन्द्रह ग्रामों के ग्राम सभा अध्यक्ष वनाधिकार समिति अध्यक्ष,साथ ही सचिव सामुदायिक वन संसाधन प्रबंधन समिति के अध्यक्ष तथा सैकड़ों ग्रामीण जनों ने कार्यशाला में हिस्सा लिया। 

कार्यक्रम की आयोजन स्वयं सेवी संस्था प्रेरक की ब्लाक ईकाई प्रमुख गन्नूराम नेताम,ललेश कुमार सोरी,ज्योति मंडावी,प्रिया टैगोर,लिलेश कुमार मरकाम विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में विशेष रूप से पूर्व जनपद सदस्य जग्गूराम मरकाम, ग्राम सभा अध्यक्ष विश्राम वट्टी,गोपाल सिंह पोर्ते, राधेश्याम कुंजाम,हेमंत तुमरेटी,मुकेश मंडावी, जगराम नेताम,मंजूलता कुंजाम,राधेश्याम गौर,मनोहर नेताम,केशरी बाई,सुखलाल कुंजाम,देवलाल मरकाम,भादूराम कोड़ोपी,सहीत क्षेत्र वासी मौजूद रहे।

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