सिपेट के जरिए जिले के कमार और आदिवासी बच्चे बनेगें हुनरमंद

 

 सिपेट के जरिए जिले के कमार और आदिवासी बच्चे बनेगें हुनरमंद




उत्तम साहू 

धमतरी 10 अप्रैल 2024/जिला प्रशासन द्वारा जिले के आदिवासी और कमार बच्चों को हुनरमंद बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले में संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पथर्रीडीह में प्रवेशित विद्यार्थियों और कमार बच्चों को सिपेट के जरिए प्लास्टिक प्रोसेसिंग एवं रिसाइक्लींग प्रशिक्षण प्राप्त करने राजधानी रायपुर भेजा गया है। साथ है कमार आवासीय विद्यालय नगरी के विद्यार्थियों को संगीत, ड्राईंग, पेटिंग एवं कम्प्यूटर व अन्य विधाओं में प्रशिक्षण दिया जाना है। 

सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग ने बताया कि जिले में संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पथर्रीडीह के 50 विद्यार्थी एवं कमार आवासीय विद्यालय नगरी के 3 विद्यार्थी इस प्रकार कुल 53 विद्यार्थियों का चयन प्रशिक्षण हेतु किया गया है।कमार आवासीय विद्यालय नगरी के वर्तमान सत्र में प्रवेशित 98 तथा आगामी सत्र 2024-25 में 40 विद्यार्थी इस प्रकार कुल 138 विद्यार्थियों को संगीत, ड्राईंग, पेटिंग एवं कम्प्यूटर व अन्य विधाओं में प्रशिक्षण देने हेतु चयन किया गया है।

सिपेट का उद्देश्य प्लास्टिक्स के साथ पेट्रोरसायन के क्षेत्र में शैक्षिक दीर्घकालीन, अल्पकालीन, कौशल विकास एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रमों द्वारा विभिन्न कुशलता स्तरों में निपुण पेशेवार प्रदान करने,प्लास्टिक उद्योगों के साथ पेट्रोरसायन उद्योगों को डिज़ाइन, टूलिंग, कैड/कैम/सीएई, प्लास्टिक प्रसंस्करण परीक्षण एवं गुणवत्ता आश्वासन, निरीक्षण सेवाओं के क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी सहयोग एवं परामर्शी सेवाएं प्रदान करने प्लास्टिक्स, सिंथेटिक रबड़, तकनीकी टेक्स्टायल्स, सोल्वेन्ट्स, उर्वरक, फार्मास्युटिकल के साथ पेट्रोरसायन में अनुसंधान और अनुप्रयोग विकास का कार्य किया जाता है। साथ ही प्रशिक्षण कार्यक्रमों द्वारा अपने योग्यता और तकनीकी निपुणता में तरक्की करने के लिए संकाय को एक अवसर प्रदान करके संकाय के व्यावसायिक कुशलता और सक्षमता के स्तर को बढ़ाने के लिए भी सिपेट द्वारा कार्य किया जाता है।

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