बेलरगांव में सात दिवसीय आध्यात्मिक राजयोग शिविर का आयोजन

 बेलरगांव में सात दिवसीय आध्यात्मिक राजयोग शिविर का आयोजन

सदा अविनाशी खुशी के लिए हमें भगवान से जुड़ने की आवश्यकता है...प्राजक्ता दीदी


उत्तम साहू/दबंग छत्तीसगढ़िया न्यूज 

नगरी/ प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बिरगुडी के तत्वावधान में ग्राम बेलरगांव में सात दिवसीय आध्यात्मिक राजयोग शिविर का आयोजन हुआ है आज 27 /5/2024 शिविर का चौथा दिन शिविर की मुख्य वक्ता बी के प्राजक्ता दीदी जी ने मन की शक्ति एवं परमात्मा के सत्य परिचय के ऊपर प्रवचन किया कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत एवं दीप प्रज्वलन एवं साथ में अतिथियों को ईश्वरी सौगात एवं ईश्वरी प्रसाद देकर किया गया कार्यक्रम की शुरुआत में बच्चों ने बहुत सुंदर अतिथियों के स्वागत में नृत्य की प्रस्तुति दी अतिथि के रूप में उपस्थित रहे श्रीमती कमलाबाई साहू (सचिव महिला संगठन )श्रीमती सुशीला बाई देवांगन (उपाध्यक्ष )श्रीमती बासन बाई देवांगन (कोषाध्यक्ष )नरोतीन बाई सोनी ,श्रीमती चंदाबाई सोनी ,श्रीमती मुन्नीबाई देवांगन ,श्रीमती कुंती बाई देवांगन ,श्रीमती योगिता देवांगन जी ,श्रीमती सुरुचि कश्यप, श्रीमती उर्वशी साहू (अध्यक्ष मां दंतेश्वरी )श्रीमती करुणा निषाद (सचिव )श्रीमती केसर साहू श्रीमती पुष्पा देवांगन (पूर्व जनपद सदस्य) श्रीमती सोनिया लिमजा दीदी ने कहा कि परिवर्तन संसार का नियम है हर क्षण हर पल हर व्यक्ति बदलता है अब हम इस परिवर्तन को स्वीकार करके हम अपनी जिंदगी को खुशनुमा बना सकते हैं साथ ही दीदी जी ने परमात्मा का सत्य परिचय देते हुए कहा कि सच्ची आनंद के लिए हम भगवान को पहचान संबंध जोड़ और उसके साथ जुड़े जिससे हम अपने अंदर आनंद का अनुभव कर सकते हैं जीवन में आज सच्ची खुशी की आवश्यकता हर एक को है जो हमारे अंदर ही है इसे हम बाहर व्यक्तियों में ,वस्तुओं में, पदार्थ में ढूंढ रहे हैं जो विनाशी है इसलिए हम सदा अपने अंदर खुशी का अनुभव नहीं कर पा रहे हैं सदा की अविनाशी खुशी के लिए हमें भगवान से जुड़ने की आवश्यकता है जो हमें सही मार्ग दिखा सकता है इस तनाव भरे जीवन में सही मार्गदर्शन दे सकता है अपनी जिंदगी में सच्ची शांति एवं तनाव मुक्त जीवन के लिए परमात्मा से जुड़ना बहुत आवश्यक हो गया है दीदी जी ने भगवान का सत्य परिचय बताते हुए कहा कि परमात्मा वही हो सकता है जो सर्वधर्म मान्य हो, जो सर्वज्ञ हो, जो सर्वोपरि हो, जो सर्वोच्च हो, जो सर्व और शक्तियों में सागर हो ,जो अजन्मा हो ,अभोक्ता हो, जिनके लिए कहा गया जिनके लिए कहा गए हैं बिनु पद चलाएं सुनाएं बिनु कान्हा कर विधि कम करें विधि नाना अर्थात जिनके पैर ना होते हुए भी वह चलता है जिनके कान ना होते हुए भी वह सुनता है वह भगवान है जिनको हम हर संबंध से याद कर सकते हैं एवं कार्यक्रम का संचालन बीके निशा बहन एवं बीके शिव भाई ने किया।

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