तेन्दुए के आतंक से थर्राया पूरा वनांचल.. सैकड़ों मुर्गी मुर्गा सहित एक बकरी का शिकार.. दहशत के साए में पूरा अंचल

  तेन्दुए के आतंक से थर्राया पूरा वनांचल.. सैकड़ों मुर्गी मुर्गा सहित एक बकरी का शिकार.. दहशत के साए में पूरा अंचल 


उत्तम साहू 

नगरी/ धमतरी जिले के आदिवासी विकास खंड नगरी सिहावा क्षेत्र में कहीं ना कहीं आए दिन तेंदुए का आहट की खबरें आते ही रहता है, अब तक तेंदुए ने विगत दो माह के अंतराल में दो मासूम बच्चों पर हमला कर मौत के घाट उतारने ग्रामीण पर हमला कर घायल करने के साथ ही कई पालतू पशुओं का शिकार किया चुका है, वनों से घिरे इस क्षेत्र में पहले तेंदुए का खौफ यदा-कदा कभी कभार देखने सुनने को मिलता था, लेकिन इन दिनों पूरे जिले के जंगलों मे तेन्दुआ का आतंक बढ गया है जिसके कारण न तो छोटे बच्चे सुरक्षित है और नही बूढे, ताज़ा मामला ग्राम घठुला में एक मादा तेन्दुआ अपने शावको के साथ रात करीब ढाई बजे एक ग्रामीण के कोठे मे घुस लगभग 150 मुर्गी मुर्गा को अपना शिकार बनाया वही दूसरी घटना बुधवार सुबह पाईकभाटा पहाडी मे एक बकरी को अपना शिकार बनाया यही नही अब तेन्दुआ जंगल छोड सीधे गांवों मे दस्तक दे रहा है जो शिकार के चक्कर मे गांव की गलियों मे घूमते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं, कुछ दिनों पूर्व में शिकार करने के चक्कर में सेप्टीक के अंदर घुस गया, डोंगरी पारा में शिकार करने सेप्टीक टैक मे भी जंम्प लगा दिया इन दोनों जगह से वन विभाग के द्वारा रेस्क्यू कर बाहर निकला गया, तेंदुए की इस चहल कदमी से वनांचल के साथ अब शहरी क्षेत्र भी सुरक्षित नही है शाम होते ही वनांचल के आम लोगो में इतनी दहशत है की वो घर से बाहर नही निकल पाते की कब तेंदुआ घुस कर हमला कर दे,इस मामले में वन विभाग भी असहाय नजर आ रहे हैं,

ताजा मामला ग्राम घठुला मे महेन्द्र कोसरे के घर रात करीब दो बजे एक तेन्दुआ अपने शावक के साथ मुर्गी के कोठे मे घुस।गया और तकरीबन 150 मुर्गी मुर्गा के साथ हंस व बदक को अपना शिकार बनाया और आधे को लेकर चला गया,आधे को मारकर कोठे मे ही छोड दिया पशु मालिक यह नजारा डर से कांपते हुए तेन्दुए को देखते रहा तेंदुआ के जाने के बाद घर से बाहर निकल पाया,

वहीं दूसरी घटना बुधवार सुबह नौ बजे पाईकभाटा निवासी शमशेर खान की बकरियां को चरवाहा पास के ही पहाडी पर ले गया था जिस पर तेन्दुए ने हमला कर मार दिया चरवाहे के चिल्लाने पर तेन्दुआ भाग गया जिसकी पूरी जानकारी वन विभाग को दी गई है। 








 

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