मलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत
मगरलोड के ग्राम मोहेरा एवं सिंगपुर में आयोजित किया गया बैगा गुनिया सम्मेलन
उत्तम साहू
धमतरी/मगरलोड/ राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत् वनाचंल एवं आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की ओर से बैगा-गुनिया बैठक / सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इसी कार्यक्रम के तहत् आज ब्लॉक मगरलोड के ग्राम मोहेरा एवं सिंगपुर में सम्मेलन सम्पन्न हुआ।
मोहेरा में 9 बैगा एवं सिंगपुर में 8 बैगा गुनिया ने भाग लिया। इससे पहले दुगली नगरी में 25 बैगा- गुनिया ने भाग लिया। इस सम्मेलन का उद्देश्य ग्रामीण अंचलों में व्याप्त अंधविश्वास को दूर करना है, क्योकि मलेरिया से प्रभावित मरीज को कंपकपी के साथ बुखार आता है और लोगों में अंधविश्वास होता है। कंपकपी आने का कारण भूत-प्रेतबाधा मानते हैं। इसी अंधविश्वास को दूर करने के लिए स्थानीय बैगा-गुनिया को समझाया गया कि यह मच्छर के काटने से होने वाला रोग मलेरिया है। इसमें ठंड लेकर कंपकपी के साथ बुखार का आना। इस तरह के बुखार या कोई भी बुखार व तबीयत खराब होने पर खुन की जांच अवश्य करायें और अपने आस पास के स्वास्थ्य कर्मी व अस्पताल से जांच एवं दवाई समय पर अवश्य लें मच्छर से बचाव के उपाय करें।
बैगा-गुनिया को भी समझाईश दी गयी है, कि इस तरह के आने वाले मरीजों को चिकित्सकीय सलाह लेने हेतु परामर्श करे। इस मौके पर बैगा गुनिया को सम्मेलन में उपस्थिति पर प्रमाण पत्र मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.यू.एल.कौशिक के हाथों दिया गया। यह सम्मेलन 23 सितम्बर को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गट्टासिल्ली 37 बैगा , 24 सितंबर को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिहावा 50 बैगा, 25 सितंबर को प्रा.स्वा.केन्द्र सांकरा 99 बैगा, 26 सित. को प्रा.स्वा. केन्द्र बेलरगांव 46 बैगा, 27 सित. को बोरई 42 बैगा, 28 सित. को मगरलोड 35बैगा, 30 सित. को प्रा. स्वा. केन्द्र कुकरेल 29 बैगा, 1 अक्टूबर को केरेगांव 28 बैगाओ की उपस्थिति के लिए पंजीकृत की गयी है। कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है, खून की जांच अवश्य करायें।