प्रकाश बैस को जिले का कमान सौंपने के पीछे क्या है अंदरूनी खेल ? जानिए अंदर की बात..पढिये पूरी खबर
त्रिस्तरी पंचायत एवं नगरी निकाय चुनाव में टिकट वितरण को लेकर है बड़ी चुनौती
उत्तम साहू, दबंग छत्तीसगढ़िया न्यूज
धमतरी/ नगरी- भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश बैस को संगठन ने इस बार जिले का कमान सौंपा है। उन्हें जिले का नेतृत्व मिलने से भी बड़ा विषय यह है कि आखिर धमतरी भाजपा के नेतृत्व की जिम्मेदारी इन्हें क्यों दी गई, और इससे संगठन को कितनी मजबूती मिलेगी ? इन सवालों का जवाब ढूंढने से पहले यह बताना जरूरी है कि युवावस्था से ही बीते 35 वर्षो से संगठन में कई दायित्वों का निर्वहन कर चुके भाजपा के वरिष्ठ सीनियर नेताओं में से एक हैं और कार्यकर्ताओं को एक सूत्र में पिरोकर रखने के बेहतरीन हूनर के चलते इनकी गिनती काफी लंबे वक्त से सीनियर और प्रमुख सलाहकारों में गिनती होती रही है। अपनी राजनीतिक कौशल के चलते सत्ता में शुरू से इनका मजबूत दखल रहा लेकिन तमाम राजनीतिक शक्तियां होने के बावजूद कभी भी किसी विवाद में नहीं रहना, और निर्विवाद छवि बनाये रखना इनकी राजनीतिक दक्षता को बताने के लिए काफी है ।
बहरहाल बताना जरूरी है कि धमतरी जिले की कमान हाथ मे लेने वाले प्रकाश बैस के नेतृत्व से संगठन को क्या लाभ हो सकता है। यहां के भाजपा नेताओ की अलग अलग राय है। ज्यादातर लोगों का यह मानना है कि विपक्ष से ज्यादा सत्ता में रहकर संगठन को एकजुट रखना बड़ा चैलेंज होता है। सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं की अपेक्षाएं ज्यादा होती है इस वजह से सत्ता दल को असंतोष झेलना पड़ता है ऐसे में पार्टी कोई भी हो सशक्त नेतृत्व की जरूरत होती है और प्रकाश बैस में नेतृत्व क्षमता कूट कूट कर भरा है।
धमतरी शुरू से ही काफी चैलेंजिंग और प्रदेश भर में एक खास राजनीतिक पहचान रखने वाला जिला रहा है। धमतरी को एक वक्त में भाजपा की प्रयोगशाला कहा जाता था इस वजह से शुरू से ही जिले का नेतृत्व सशक्त हाथों में रहा अब तक जिसने भी जिला अध्यक्ष के पद संभाला है उसने जी-जान लगाकर संगठन को मजबूती प्रदान किया है। कुछ ही दिनों बाद नगरी निकाय और पंचायत चुनावों की घोषणा होनी है। सत्ता पक्ष के लिए चुनाव जीतना आसान हो सकता है लेकिन दावेदारों की फेहरिस्त को सम्हालना कितनी बड़ी चुनौती होती है यह बताने की जरूरत नहीं। उन्हें तो बिल्कुल नहीं जो राजनीति से वास्ता रखते हैं। इन परिस्थितियों से निपटने के लिए भी जबरदस्त नेतृत्व क्षमता की जरूरत होती है और पार्टी को कहीं न कहीं यह क्षमता प्रकाश बैस में दिखी और उन्हें जिले का कमान सौंपा। फिलहाल जिला अध्यक्ष के लिए नगरी निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में टिकट वितरण के लिए बड़ी चुनौती है। आगे क्या होगा ? संगठन को कितनी मजबूती मिलेगी ? क्या कुछ नया होगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा फिलहाल प्रकाश बैस को जिले का कमान मिलने से भाजपा कार्यकर्ताओ में नया जोश का संचार जरूर हुआ है।