भाजपा की आंधी में तिनके की तरह बिखर गई कांग्रेस

 भाजपा की आंधी में तिनके की तरह बिखर गई कांग्रेस

नगरी नगर पंचायत में चौथी बार भाजपा का कब्जा

कांग्रेस के जिला संगठन में तालमेल का अभाव..जिला अध्यक्ष को ग्रामीण क्षेत्र की जनता पहचानते भी नहीं,



उत्तम साहू, दबंग छत्तीसगढ़िया न्यूज 

धमतरी/ नगरी- नगरीय निकाय चुनावों के परिणाम सामने आ गए हैं। जहां भाजपा ने प्रदेश के सभी नगर निगमों सहित ज्यादातर नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों पर कब्जा जमा लिया है वहीं कांग्रेस पर्याप्त पार्षदों तक को तरस गई। 

बता दें कि विधानसभा चुनाव से जो जीत का सिलसिला भाजपा ने शुरू की है अभी तक अनवरत जारी है। इस बीच लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने बड़ी सफलता अपने खाते में दर्ज कर चुकी है वहीं कांग्रेस के अंदरूनी घमासान की वजह से कार्यकर्ताओं में भी आत्मविश्वास डगमगाता दिख रहा है और यह परिणाम उसी की झलक है। नगरी नगर पंचायत में भाजपा की ऐसी आंधी चली कि इस आंधी में कांग्रेस तिनके की तरह बह गई 15 वार्ड में सिर्फ तीन सीट से संतोष करना पड़ा है, नगरी की जनता ने अध्यक्ष पद के लिए बलजीत छाबड़ा को अभूतपूर्व समर्थन दिया है जिसका कल्पना किसी ने नहीं किया था, बलजीत छाबड़ा को जितनी बड़ी जीत मिली है उससे कहीं बड़ी जिम्मेदारी जनता ने उस पर डाली है अब अध्यक्ष बलजीत छाबड़ा का जिम्मेदारी है कि जनता के विश्वास पर कितना खरा उतरता है ये आने वाला वक्त बताएगा, 

गौरतलब है कि प्रदेश में भाजपा को सत्ता में आए एक साल हो गया उन्होंने साबित किया कि वे लोगों की अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं। एक साल में जितना काम किया जाना था उन्होंने किया है। कम से कम जनता ने उन्हें वोट देकर यह संदेश जारी कर दिया है कि उन्हें भाजपा पर फिलहाल तो भरोसा है। अक्सर स्थानीय निकाय चुनावों में सत्ता पक्ष का प्रभाव होता है लेकिन इतना नहीं कि विपक्ष का सुपड़ा ही साफ हो जाय। यदि लोगों को भाजपा के शासन पर भरोसा है तो उसका जरूर कोई कारण होगा। लोकतंत्र में सत्ता की चाबी जनता के पास ही होती है यदि जनता वोट दे रही है इसका मतलब साफ है कि उन्हें सत्ता पक्ष से फिलहाल कोई गिला शिकवा नहीं है। इसलिए ही लोगों ने पार्षदों से लेकर महापौर और अध्यक्ष के चुनाव के लिए दिल खोलकर वोट दिया है। 

धमतरी जिले में एक नगर निगम पांच नगर पंचायतों में सिर्फ मगरलोड नगर पंचायत में कांग्रेस ने अपना कब्जा जमाया है, बाकी चार नगर पंचायत में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है, चौंकाने वाली बात है कि धमतरी विधानसभा के विधायक ओंमकार साहू की धर्मपत्नी आमदी नगर पंचायत से अध्यक्ष की प्रत्याशी थी लेकिन उसकी भी हार हो गई, जबकि आमदी विधायक ओंकार साहू का गृह ग्राम है कांग्रेस के विधायक है उसके बावजूद भी उसकी पत्नी को हार का सामना करना पड़ा है, भाजपा की इस जीत का कोई जवाब नहीं हो सकता जितनी बड़ी विजय है उससे कहीं बड़ी जिम्मेदारी जनता ने उस पर डाली है अटल संकल्प पत्र को पूरा करना है और निकायों का खजाना खाली है हालांकि मुख्यमंत्री ने इस बात पर यह जरूर कहा है कि विकास और वादों को पूरा करने में धन की कोई कमी नहीं आएगी मोदी की गारंटी को हमने पूरा किया है अब जनता के विश्वास को अटल बनाने के लिए भी कोई कसर नहीं छोड़ेंगे हमारे पास पर्याप्त संसाधन है।





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