अँग्रेजी माध्यम स्कूल में शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण पर विद्यालय प्रबंध समिति को ऐतराज
आठ वर्ष से अध्यापनरत् प्रशिक्षित शिक्षकों के स्थायी पदस्थापना की माँग
उत्तम साहू
नगरी/ पिछली भाजपा सरकार ने प्रदेश भर में सीबीएसई पैटर्न वाले शासकीय अंग्रेजी स्कूल (इग्नाइट) खोले गए थे. निचले तबके के अभिभावकों का इन स्कूलों में विश्वास बढ़ने के साथ ही अपने बच्चों के सीबीएसई बोर्ड से शिक्षा की एक अलग खुशी थी. आज शिक्षा विभाग और स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के चलते इन स्कूलों का अस्तित्व खतरे में है. मौजूदा मामला शासकीय माध्यमिक शाला दुर्गा चौक नगरी सीबीएसई अंग्रेजी माध्यम का है. जहां शिक्षकों के शालाओं में युक्तियुक्तकरण से विकट स्थिति निर्मित हो गई है. राज्य द्वारा संचालित इस स्कूल में अध्यापन हेतु शिक्षक यतींद्र गौर एवं नीतू गुप्ता को विभाग द्वारा अंग्रेजी माध्यम स्कूल में अधिस्थापना हेतु प्रशिक्षित कर संलग्न किया गया.
लगभग आठ वर्षों से इस अंग्रेजी माध्यम स्कूल की नींव मजबूत करने वाले शिक्षकों को संलग्निकरण समाप्ति एवं युक्तियुक्तकरण के नाम पर प्रशासन द्वारा हटाने का फरमान जारी कर यहां हिंदी माध्यम के एक शिक्षिका का पदांकन कर दिया गया है. जिससे अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य के प्रति चिंतित हैं. विद्यालय प्रबंध समिति की अध्यक्ष *तरुणा ध्रुव* ने कहा कि हर बार विभाग द्वारा संलग्निकरण के नाम पर इस विशेष स्कूल के शिक्षकों को परेशान किया जाता है. आठ वर्ष से कार्यरत इन अनुभवी शिक्षकों का स्थाई रूप से पद स्थापना की मांग हम करते हैं. वार्ड पार्षद यशकरण पटेल ने कहा कि प्रशासन को निर्देश के अनुरूप अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को युक्तियुक्तकरण से मुक्त रखा जाना था. साथ ही यहां अध्यापनरत् शिक्षकों का प्राथमिकता के तौर पर पदांकन कर देना चाहिए. इस आशय का पत्र विद्यालय प्रबंध समिति शासकीय माध्यमिक शाला दुर्गा चौक नगरी के सदस्यों द्वारा स्थानीय विधायक अंबिका मरकाम के साथ ही विकासखंड शिक्षा शिक्षा अधिकारी के माध्यम से जिलाधीश एवं जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी को प्रेषित की है।