शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण से स्कूलों में लौटी रौनक शिक्षकविहीन घोटगांव, चचानवाही स्कूलों को मिले शिक्षक,

 

शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण से स्कूलों में लौटी रौनक शिक्षक विहीन घोटगांव,चचानवाही स्कूलों को मिले शिक्षक, 

एकावारी स्कूल में हुई विज्ञान और गणित के शिक्षक की पदस्थापना

 


उत्तम साहू 

धमतरी 10 जून 2025/ जिले में शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण से स्कूलों में रौनक लौट आई है। जिन स्कूलों में कभी एक भी शिक्षक नहीं थे, युक्तियुक्तकरण से अब वहां भी शिक्षकों की नियुक्ति हो गई है। इससे ऐसे स्कूलों में दाखिला लेने वाले बच्चे भी अब अच्छी तरह पढ़ाई कर सकेंगे। युक्तियुक्तकरण से स्कूलों में शिक्षकों की कमी तो दूर हुई ही है, इसके साथ ही विद्यार्थियों को विज्ञान, गणित, भौतिकी, रसायन शास्त्र, जीव विज्ञान, एकाउंट्स जैसे विषयों के विशेषज्ञ शिक्षक भी मिल गए हैं। अब स्कूलों में चालू शिक्षण सत्र से बच्चे अच्छी तरह पढ़ाई कर सकेंगे। 

 धमतरी जिले के नगरी विकासखण्ड में घोटगांव के प्राथमिक शाला में एक भी शिक्षक नहीं था। इस विद्यालय में 48 बच्चों का दाखिला हुआ है। दर्ज संख्या के अनुसार यह बच्चों को पढ़ाने के लिए एक प्रधानपाठक एवं एक शिक्षक की नियुक्ति होनी थी। कई वर्षों से घोटगांव का यह स्कूल एकल शिक्षकीय था और प्रधानपाठक के भरोसे संचालित हो रहा था। मई माह में प्रधानपाठक के रिटायर हो जाने से यह शाला शिक्षकविहीन हो गई थी। इस स्कूल में दर्ज 48 बच्चो का भविष्य और उनकी पढ़ाई-लिखाई इससे खासी प्रभावित होने वाली थी। राज्य शासन के युक्तियुक्तकरण के बाद प्राथमिक शाला घोटगांव में एक प्रधानपाठक और एक सहायक शिक्षक को पदस्थ किया गया है। बच्चो को अब इन दोनों शिक्षकों से अच्छी पढ़ाई-लिखाई की उम्मीद जगी है। इसी तरह नगरी विकासखण्ड के ही चचानवाही स्कूल में भी एक प्रधानपाठक सहित दो शिक्षकों की नियुक्ति युक्तियुक्तकरण के द्वारा ही संभव हो सकी है। चचानवाही का यह स्कूल पहले शिक्षकविहीन था। 

 इसी तरह नगरी विकासखण्ड के अंतिम छोर में बसे एकावारी गांव की माध्यमिक शाला में केवल एक शिक्षक पदस्थ थे। यहां छठवीं से आठवीं तक की कक्षाआें में 19 बच्चे दर्ज हैं। दूरस्थ वनांचल होने के कारण यहां कोई भी शिक्षक जाना नहीं चाहते थे। इन बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही थी। बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल में गणित ओर विज्ञान के टीचर नहीं थे। शासन के युक्तियुक्तकरण के बाद इस स्कूल में एक विज्ञान और एक गणित पढ़ाने वाले शिक्षक की पदस्थापना हो गई है। इससे स्कूल के सभी बच्चों सहित उनके पालक भी बेहद खुश हैं। अब बच्चों को उनके स्कूल में ही विज्ञान और गणित की पढ़ाई करने की सुविधा मिलेगी और उन्हें दूर किसी दूसरे स्कूल में नहीं जाना पड़ेगा। 

 जनभागीदारी समिति की सदस्य श्रीमती बिसरी बाई ने शासन की शिक्षकों की युक्तियुक्तकरण को पढ़ाई-लिखाई की गुणवत्ता सुधारने में महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में पर्याप्त संख्या में शिक्षक उपलब्ध होने से बच्चों को अच्छी शिक्षा तो मिलेगी ही, साथ ही उनका शारीरिक और मानसिक विकास भी बेहतर होगा। श्रीमती बिसरी बाई ने शासन का धन्यवाद करते हुए कहा कि शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण से हमारे गांव के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी और उनका भविष्य संवरेगा।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !