धमतरी की स्वच्छता क्रांति: 579 से छलांग लगाकर टॉप 100 में एंट्री
साफ-सुथरा धमतरी: नागरिकों, दीदियों और निगम टीम की मेहनत लाई रंग
उत्तम साहू
धमतरी, 17 जुलाई 2025/- स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में नगर पालिका निगम धमतरी ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। देशभर में 50,000 से 3 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में धमतरी ने 71वां स्थान प्राप्त कर छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इसके अलावा जिले की पाँच नगर पंचायत में से चार नगर पंचायत नगरी, भाखरा, मगरलोड और आमदी को वन स्टार रैंकिंग मिली है ।
गुरुवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु की मौजूदगी में 75 शहरों को 74 अवॉर्ड चार कैटेगरी में बांटे गए।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष नगर निगम की रैंकिंग 579 थी, और इस बार की छलांग न केवल मेहनत का प्रमाण है बल्कि समर्पित कार्य योजना और जनसहभागिता की मिसाल भी है।
इस उल्लेखनीय सफलता के साथ ही धमतरी को पहली बार “3 स्टार सर्टिफिकेशन” और ओडीएफ++ (Open Defecation Free ++) का दर्जा भी प्राप्त हुआ है। यह सम्मान नगर निगम की कार्यकुशल टीम, सफाई कर्मियों, स्वच्छता दीदी, सुपरवाइजरों, जनप्रतिनिधियों और जागरूक नागरिकों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। साफ-सुथरा धमतरी: नागरिकों, दीदियों और निगम टीम की मेहनत रंग लाई। कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा नगर निगम की पूरी टीम सहित नगर वासियों को बधाई दी । साथ उन्होंने आगे भी शहर को स्वच्छ रखने की अपेक्षा की ।
इस अभियान की अगुवाई जिला कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा, नगर निगम के महापौर श्री रामू रोहरा और आयुक्त श्रीमती प्रिया गोयल ने समन्वित रूप से की। इन अधिकारियों ने न केवल नियमित निरीक्षण और मार्गदर्शन किया, बल्कि हर स्तर पर कार्यों की निगरानी सुनिश्चित करवाई। कलेक्टर श्री मिश्रा ने स्वच्छता को जन आंदोलन का रूप देने के उद्देश्य से प्रशासनिक अमले के साथ निरंतर बैठकें कर कार्ययोजना को व्यवहारिक रूप दिया। उन्होंने विशेष रूप से कचरा पृथक्करण, घर-घर कचरा संग्रहण, कचरे के वैज्ञानिक निपटान, गीला-सूखा कचरे का पृथक्करण और प्लास्टिक मुक्त बाजार जैसे कदमों को प्राथमिकता दी।
महापौर श्री रामू रोहरा ने जनप्रतिनिधियों और स्थानीय वार्ड स्तर पर जनता से सीधा संवाद स्थापित कर अभियान को जनआंदोलन में बदल दिया। वहीं आयुक्त श्रीमती प्रिया गोयल ने तकनीकी और प्रबंधन दृष्टिकोण से संपूर्ण टीम को सशक्त करते हुए ग्राउंड स्तर पर निगरानी की। सफाई कर्मियों को समय-समय पर प्रशिक्षित किया गया, मशीनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित किया गया और वार्ड स्तर पर स्वच्छता दीदियों को जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
नगर निगम ने स्कूलों, बाजारों, धार्मिक स्थलों और आवासीय क्षेत्रों में विशेष स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाए। स्वच्छता ऐप्स के माध्यम से फीडबैक, रियल टाइम मॉनिटरिंग और नागरिक शिकायतों का त्वरित समाधान किया गया। उपायुक्त पीसी सार्वा और शशांक मिश्रा ने स्वच्छता मिशन को जमीनी हकीकत में बदला। इन अधिकारियों की सक्रिय उपस्थिति, हर विभाग से समन्वय और तकनीकी निगरानी व्यवस्था ने रैंकिंग में भारी सुधार लाने में मदद की। सफाई को लेकर रोजाना सुबह भ्रमण भी कारगार साबित हुई।
यह सफलता केवल आंकड़ों की बात नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार समाज और कुशल प्रशासन के संकल्प का परिणाम है। स्वच्छता के इस नए इतिहास में हर नागरिक, हर कर्मचारी, हर दीदी की भूमिका गर्व करने योग्य है। धमतरी की यह उपलब्धि आने वाले वर्षों के लिए प्रेरणादायक मॉडल बन गई है।“स्वच्छ धमतरी – सुंदर धमतरी” का सपना अब साकार होता दिख रहा है।
1 लाख का इनाम – वार्ड स्तर पर स्वच्छता प्रतियोगिता
महापौर व आयुक्त ने एक और सराहनीय पहल करते हुए सभी वार्डों के बीच स्वच्छता प्रतियोगिता कराने की घोषणा की है। जो वार्ड सबसे साफ, सुंदर और अनुशासित होगा, उसे 1 लाख का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इससे हर पार्षद और वार्डवासी जागरूक होकर भागीदारी निभाएंगे।
बर्तन बैंक” की शुरुआत – प्लास्टिक मुक्त समाज की ओर कदम
महापौर व सभापति नीलेश लूनिया की पहल पर दो स्थानों पर बर्तन बैंक की स्थापना की जाएगी। यहां से शादियों, सामाजिक कार्यक्रमों और सार्वजनिक आयोजनों के लिए नि:शुल्क स्टील के बर्तन उपलब्ध कराए जाएंगे।
इससे डिस्पोज़ल और प्लास्टिक के उपयोग में भारी कमी आएगी, जो पर्यावरण की दृष्टि से अत्यंत सकारात्मक पहल है।