आदिवासी गोंडवाना समाज का महापर्व..नवाखाई 1 सितंबर को
अपने आराध्य देव को अन्न की नई फसल अर्पित करेंगे समाजिक जन
उत्तम साहू
नगरी/ तहसील आदिवासी गोंडवाना समाज का संस्कृति और आस्था से जुड़ा महापर्व नवाखाई पूरे सिहावा अंचल में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। यह पर्व नई अन्न फसल को सबसे पहले अपने आराध्य देव को अर्पित कर प्रकृति का आभार प्रकट करने की परंपरा से जुड़ा हुआ है।
समाज के परंपरागत कार्यक्रम अनुसार
1 सितम्बर को नवाखाई पर्व मनाया जाएगा, जिसमें नई अन्न फसल को आराध्य देव को समर्पित किया जाएगा तथा सहपरिवार प्रसाद स्वरूप नए अन्न ग्रहण करेंगे।
2 सितम्बर को ग्राम स्तर पर ठाकुर जोहार का आयोजन होगा।
7 सितम्बर को 19 उपक्षेत्रों में ठाकुर जोहार धूमधाम से संपन्न होगा।
14 सितम्बर रविवार को तहसील स्तरीय नवाखाई एवं ठाकुर जोहार का भव्य आयोजन किया जाएगा।
इन अवसरों पर समाजजन पारंपरिक वेशभूषा धारण कर सेवा अर्जी, पूजा-अर्चना, गीत-संगीत और नृत्य के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक पहचान को जीवंत करेंगे। सामूहिक भोज और ठाकुर जोहार से समाज में भाईचारा और एकजुटता का संदेश दिया जाएगा।
समाज के पदाधिकारी डोमार सिंह ध्रुव,प्रमोद कुंजाम ने बताया कि नवाखाई केवल नई अन्न ग्रहण करने का पर्व नहीं है, बल्कि यह प्रकृति,धरती माता, अन्न और आराध्य देव के प्रति आभार प्रकट करने का सबसे बड़ा अवसर है। उन्होंने सभी समाजबंधुओं से अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होकर महापर्व को सफल बनाने की अपील की है।

