महेंद्र गिरी पर्वत (सिहावा) क्षेत्र में कल्की अवतार होने की चर्चा
पत्रकार उत्तम साहू 24.82025
नगरी/ छत्तीसगढ़ की जीवनदायिनी महानदी उद्गम स्थल एवं सप्त ऋषियों की तपोभूमि में महेंद्र गिरी पर्वत (सिहावा) क्षेत्र में कल्की अवतार होने की चर्चा हो रही है, इसकी जानकारी भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार को 2016 से है। इसके बावजूद भी कल्की अवतार होने की सच्चाई की घटना को आज तक जनता को अवगत नहीं कराया गया है! जबकि शासन द्वारा उनकी दिव्य लीलाओं पर सतत निगरानी की जा रही है कल्की जी अपने गुरु परशुराम जी और अन्य 16 गुरुओं के सानिध्य में दिव्य ज्ञान पूर्ण कर लिए हैं, इस विषय की संपूर्ण जानकारी भारत सरकार और उनके प्रतिनिधियों को है। लेकिन यहां की जनता इस बात से पूरी तरह से अनभिज्ञ है।
जानिए कल्कि अवतार के बारे में
दरअसल कल्कि भगवान विष्णु के दशवें अवतार जिसकी भविष्य वाणी पूर्व में हिन्दू शास्त्रों मैं लाखों वर्षों से वर्णन है कल्कि पुराण और अग्नि पुराण के अनुसार, श्री हरि का 'कल्कि' अवतार कलियुग के अंत में अवतरित होगा. उसके बाद धरती से सभी पापों और बुरे कर्मों का विनाश होगा. अग्नि पुराण के 16 वें अध्याय में कल्कि अवतार का चित्रण तीर-कमान धारण किए हुए एक घुड़सवार के रूप में किया गया है।