ओबीसी दिवस 10 सितम्बर को, प्रदेश स्तरीय आयोजन इस बार गंगरेल में
उत्तम साहू धमतरी, 8 सितम्बर 2025
ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) दिवस इस वर्ष भी 10 सितम्बर को पूरे उत्साह और सामाजिक चेतना के साथ मनाया जाएगा। इस बार का प्रदेश स्तरीय आयोजन धमतरी जिले के गंगरेल में आयोजित किया जा रहा है, जिसकी तैयारियाँ जोरों पर हैं। यह आयोजन ओबीसी संयोजन समिति छत्तीसगढ़ के बैनर तले किया जा रहा है, जो लगातार पांचवें वर्ष ओबीसी दिवस को भव्यता के साथ मना रही है।
इतिहास और महत्व
10 सितम्बर का दिन ओबीसी समाज के लिए ऐतिहासिक महत्व रखता है। आज़ादी के महज 25 दिन बाद, 10 सितम्बर 1947 को, त्यागमूर्ति राम लखन चंदापुरी जी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से प्रेरणा लेकर अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग संघ की स्थापना की थी। इस संगठन का उद्देश्य था ओबीसी समाज को उनकी जनसंख्या के अनुपात में न्यायपालिका, विधायिका, कार्यपालिका, शिक्षा, नौकरी, व्यापार और अन्य क्षेत्रों में समान अवसर और हिस्सेदारी दिलाना।
इस आंदोलन की नींव भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के सामाजिक न्याय के विचारों से प्रेरित थी। इसी क्रम में पिछड़ा वर्ग आंदोलन के प्रथम शहीद चूल्हाई राम साहू की स्मृति में हर वर्ष 10 सितंबर को ओबीसी दिवस मनाया जाता है।
समाज को जागरूक करने का अभियान
ओबीसी संयोजन समिति के संस्थापक अधिवक्ता श्री शत्रुहन सिंह साहू ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे तन-मन-धन व सभी साधनों से इस सामाजिक क्रांति में सहभागी बनें और ओबीसी समाज की आवाज को बुलंद करें। उनका कहना है कि यह केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि "आजादी की दूसरी लड़ाई - ओबीसी जनजागरण महाअभियान" का हिस्सा है।
तैयारियों में जुटे कार्यकर्ता
कार्यक्रम की तैयारी में राष्ट्रीय प्रचारक श्री टिकेश्वर साहू, समारु सिन्हा, शैलेन्द्र कुमार साहू, षडानंद साहू, युवराज सिंह गंजीर, अंकालू राम साहू, परमानंद साहू, और आशीष साहू जैसे समर्पित कार्यकर्ता सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं। उन्होंने भी समाज के सभी वर्गों से अपील की है कि वे इस आयोजन में भाग लेकर सामाजिक न्याय के इस आंदोलन को मजबूत करें।

