धमतरी में गणेश उत्सव शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न, रूद्री बैराज में 117 बड़ी व 542 छोटी मूर्तियों का विसर्जन
उत्तम साहू दिनांक: 08 सितम्बर 2025
धमतरी जिले में गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर आयोजित गणेश उत्सव का समापन भव्य झांकियों और शांतिपूर्ण मूर्ति विसर्जन के साथ हुआ। जिले भर में हजारों गणेश प्रतिमाओं का श्रद्धा और उल्लास के साथ विसर्जन किया गया, वहीं अकेले रूद्री बैराज में 117 बड़ी और 542 छोटी मूर्तियों का विसर्जन विधिवत रूप से सम्पन्न हुआ।
गणेश विसर्जन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर धमतरी पुलिस ने अभूतपूर्व तैयारी और सतर्कता का परिचय दिया। सादे वर्दी में पुलिसकर्मियों की तैनाती, ड्रोन कैमरों की निगरानी, वीडियो ग्राफी और चप्पे-चप्पे पर तैनात बल ने यह सुनिश्चित किया कि कहीं भी कोई अव्यवस्था न हो।
पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार के नेतृत्व में जिलेभर में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए। वे स्वयं फील्ड में नजर बनाए रहे और सभी अधिकारियों से पल-पल की जानकारी लेते रहे। समूचे आयोजन को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराने में प्रशासन और जनता दोनों की सहभागिता रही।
भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों विशेषकर सदर बाजार मार्ग और शहर के तंग गलियों में भी पुलिस ने सूझबूझ और सख्ती से स्थिति को नियंत्रण में रखा। नतीजन पूरे आयोजन के दौरान न तो किसी प्रकार की चाकूबाजी, पाकेटमारी या भगदड़ जैसी कोई घटना हुई।
अन्य मुख्य बिंदु:
जिले के सभी अनुभागों—धमतरी, कुरूद और नगरी में बड़े और छोटे गणेश प्रतिमाओं का उत्सवपूर्वक विसर्जन।
पुलिस बल के साथ-साथ महिला पुलिस, यातायात विभाग, क्यूआरटी, सायबर सेल, डीएसबी भी मुस्तैद।
राजपत्रित अधिकारी और जिला प्रशासन के प्रतिनिधियों की फील्ड में सक्रिय उपस्थिति।
त्योहार से पूर्व अपराधियों पर कार्रवाई और नशे के खिलाफ विशेष अभियान का दिखा सीधा असर।
पूर्ववर्ती आयोजनों जैसे जगन्नाथ रथयात्रा, जन्माष्टमी, ईद, रक्षाबंधन आदि की तरह ही गणेश उत्सव भी निर्विघ्न सम्पन्न।
अधिकारियों की उपस्थिति:
इस आयोजन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मणिशंकर चंद्रा, शैलेन्द्र पांडेय, सीएसपी अभिषेक चतुर्वेदी, एसडीएम पियुष तिवारी, डीएसपी मोनिका मरावी, मीना साहू, एसडीओपी कुरूद रागिनी मिश्रा सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारी एवं पुलिस बल तैनात रहे।
धमतरी पुलिस और प्रशासन की इस चाक-चौबंद व्यवस्था और जनता के सहयोग से यह आयोजन जिले की सामाजिक समरसता और सौहार्द का उदाहरण बन गया।

