जय विजय जय शांति
मेडिटेशन कैंप का आज छठवां दिन संपन्न लगभग 450 भाई-बहनों ने लिया लाभ
नगरी। चातुर्मास के अवसर पर आचार्य श्री विजयराज जी म.सा. के आज्ञानुवर्ती विराजित महासती श्री वैभव श्री जी आदि ठाणा तीन की प्रेरणा से दिनांक 8 सितम्बर से 15 सितम्बर तक जय विजय जय शांति मेडिटेशन कैंप का आयोजन कृषि उपज मंडी प्रांगण नगरी में किया जा रहा है। आज इस कैंप का छठवां दिन रहा, जिसमें लगभग 450 भाई-बहनों ने भाग लेकर ध्यान साधना का लाभ उठाया।
महासती श्री जी ने ध्यान की महत्ता प्रतिपादित करते हुए कहा कि जब हम ध्यान से जुड़ना चाहते हैं तो हमें सांसारिक वस्तुओं से मन हटाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि नशा दो प्रकार का होता है – बुरा और अच्छा। बुरा नशा हमें दुख की ओर ले जाता है, जबकि भक्ति और ध्यान का नशा आत्मिक आनंद प्रदान करता है।
आज प्रवचन में विदुर की पत्नी कृष्ण जी को भाव से केले सहित छिलके खिलाने की भक्ति कथा का उदाहरण देते हुए समझाया गया कि तल्लीन भक्ति ही परम आनंद का साधन है। महासती श्री जी ने कहा – “जब हम किसी अच्छी चीज़ को ग्रहण करते हैं, तो बुरी चीज़ अपने आप छूट जाती है।”
ध्यान साधना के दौरान थायराइड (थाट चक्र), वात-पित्त-कफ नियंत्रण तथा प्राण शरीर के ज्ञान व आनंद स्थल पर विशेष चर्चा की गई। सिर के शीर्ष पर स्थित ‘माईचोटी’ को असीम ज्ञान का प्रतीक बताते हुए अनंत ज्ञान के आह्वान पर बल दिया गया। ध्यान साधना के उपरांत प्राणायाम, गुरु वंदना, हथेली घर्षण और आज्ञाचक्र के दिव्य अनुभव का अभ्यास कराया गया। प्रतिभागियों ने शरीर के रोग-ग्रस्त हिस्सों पर ध्यान शक्ति लगाने से सकारात्मक अनुभव प्राप्त किए।
कार्यक्रम में शांत क्रांति संघ अध्यक्ष मनोज छाजेड़ ने जानकारी दी कि इस अवसर पर प्रियंका गोलछा धर्मपत्नी प्रिंस गोलछा दीर्घ तपस्या व उपवास कर रही हैं। उन्होंने विशेष प्रेरणा देते हुए कहा कि जीवन में किसी भी परिस्थिति में अनावश्यक बकबक से बचना चाहिए
इस आयोजन में शांत क्रांति संघ व जैन श्री संघ नगरी के सभी सदस्य सक्रिय रूप से सहयोग कर रहे हैं। संघ के भाई-बहनों ने अर्थदान कर योगदान दिया है, वहीं श्री वैभव जी म.सा. की सांसारिक माता श्रीमती उषा जी सेठिया (कोलकाता) द्वारा विशेष सहयोग प्रदान किया गया है।
आज के आयोजन में नगर पंचायत अध्यक्ष बलजीत छाबड़ा, उपाध्यक्ष विकास बोहरा तथा पार्षदगण भी उपस्थित रहे। सभा का संचालन अजय छाजेड़ ने किया। आयोजन पश्चात स्वल्पाहार की व्यवस्था भी की गई।
👉 कल मेडिटेशन कैंप का सातवां दिन रहेगा, जिसमें और गहन साधना व प्रवचन होंगे।





