एकल शिक्षकीय स्कूल में अतिरिक्त शिक्षक से शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़
मासिक परीक्षाओं में दिखा सुधार..बच्चों की प्रतिभा निखरी
जनप्रतिनिधियों ने जताया आभार..सरकार ने बदली शिक्षा की तस्वीर
उत्तम साहू धमतरी,10 सितंबर 2025
प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए किए जा रहे प्रयास अब वनांचल और दूरस्थ ग्रामीण अंचलों तक पहुंचने लगे हैं। शासन की युक्तियुक्तकरण नीति का सकारात्मक असर नगरी विकासखंड के ग्राम बरबांधा स्थित प्राथमिक शाला में देखने को मिला है।
बरबांधा प्राथमिक शाला में 90 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। अब तक यहां केवल प्रधान पाठक ही कार्यरत थे, जिन्हें अध्यापन के साथ-साथ प्रशासनिक जिम्मेदारियां भी निभानी पड़ती थीं। इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा था। लेकिन युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत एक अतिरिक्त शिक्षक की नियुक्ति होने से विद्यालय में अब दो शिक्षक कार्यरत हैं, जिससे शिक्षा व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार आया है।
शिक्षकों की संख्या बढ़ने से सभी कक्षाएं नियमित रूप से संचालित हो रही हैं। विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ सहगामी गतिविधियों का अवसर भी मिल रहा है, जिससे उनके शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास में सकारात्मक बदलाव दिखाई दे रहे हैं। मासिक परीक्षाओं में बच्चों का प्रदर्शन बेहतर हुआ है और उनकी प्रतिभा निखरकर सामने आ रही है।
ग्रामीणों और पालकों का कहना है कि पहले एक ही शिक्षक के कारण सभी कक्षाओं की पढ़ाई प्रभावित होती थी, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। अतिरिक्त शिक्षक मिलने से बच्चों की पढ़ाई व्यवस्थित हो गई है और अभिभावकों को बच्चों को बाहर भेजने की चिंता भी खत्म हो गई है।
ग्रामीण समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता और भरोसा बढ़ा है। पालकों का मानना है कि यह कदम बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाने वाला है। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने इस सकारात्मक पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया है। उनका कहना है कि सरकार की यह नीति दूरस्थ अंचलों की शिक्षा व्यवस्था में नई रोशनी बनकर उभरी है और मील का पत्थर साबित होगी।

