ड्राइवर महासंगठन की लंबित मांगों पर सरकार से नाराज़गी नगरी में शुरू हुआ अनिश्चितकालीन “स्टेयरिंग छोड़ो” आंदोलन
उत्तम साहू नगरी (धमतरी) दिनांक 25 अक्टूबर 2025
छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन ने अपनी वर्षों पुरानी लंबित मांगों के समाधान की मांग को लेकर आज से अनिश्चितकालीन “स्टेयरिंग छोड़ो आंदोलन” शुरू कर दिया है। संगठन के सैकड़ों सदस्य शनिवार को नगरी के रावणभाटा मैदान में एकजुट होकर हड़ताल पर बैठ गए हैं।
महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि उनकी मूलभूत एवं महत्वपूर्ण मांगों के संबंध में कई बार शासन को ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
संगठन ने 21 अक्टूबर 2024, 19 मार्च 2025 और 6 जून 2025 को सरकार को तीन बार ज्ञापन दिया था। इसके साथ ही 6 जून को यह स्पष्ट अल्टीमेटम भी जारी किया गया था कि यदि 1 अक्टूबर 2025 तक मांगों का निराकरण नहीं किया गया, तो 25 अक्टूबर से स्टेयरिंग छोड़ो आंदोलन प्रारंभ किया जाएगा।
संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि “दुर्भाग्यवश सरकार की ओर से न कोई आश्वासन मिला, न ही कोई ठोस निर्णय। हम मजबूर होकर आंदोलन की राह पर उतरे हैं। यदि इस हड़ताल से आम जनता या जनसेवाओं पर कोई असर पड़ता है, तो इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन और संबंधित विभाग की होगी।”
ड्राइवर महासंगठन की प्रमुख मांगों में शामिल हैं
- छत्तीसगढ़ राज्य पर पूर्ण रूप से शराबबंदी हो ड्राइवर आयोग का गठन ड्राइवर वेलफेयर बोर्ड की स्थापना
- ड्राइवरों के लिए स्थायी सेवा संरचना और वेतनमान तय करना,
- नियमितीकरण नीति लागू करना,
- लंबे समय से लंबित भत्ते और सुरक्षा प्रावधानों को लागू करना,
- ड्राइवरों के लिए बीमा एवं पेंशन सुविधा सुनिश्चित करना।
हड़ताल में संगठन के प्रमुख पदाधिकारी अध्यक्ष चंदूलाल साहू, उपाध्यक्ष घनश्याम ध्रुव, सचिव राजाराम वट्टी, कोषाध्यक्ष रजाक खान, ब्लॉक प्रभारी अब्दुल वाहिद, संरक्षक भारत लाल साहू, हेमंत नाग, अजय मरकाम, दीपक कंचन, सुनील साहू, प्रदीप कुमार देव, खिंजन पुजारी, बीरबल यादव, शंकर लाल यादव, मुरली मनोहर सिंन्हा, दसरू राम बोधले, सूरज यादव सहित बड़ी संख्या में सदस्य मौजूद रहे।
ड्राइवर महासंघ ने सरकार से जल्द समाधान की अपेक्षा जताते हुए कहा है कि “हमारे धैर्य की सीमा अब समाप्त हो चुकी है। जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा।”

