नगरी के सिविल अस्पताल का बदल रहा तस्वीर ‘रिफर सेंटर’ की छवि छोड़ अब बन रहा है भरोसेमंद उपचार केंद्र
उत्तम साहू
नगरी। कभी “रिफर सेंटर” के नाम से चर्चित नगरी का सिविल अस्पताल अब अपनी पहचान बदल रहा है। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में लगातार सुधार और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं में बढ़ोतरी ने लोगों का विश्वास एक बार फिर अस्पताल की ओर लौटाया है। मरीजों और उनके परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्था को संतोषजनक बताते हुए कहा है कि अब यहां सरकारी अस्पताल जैसा नहीं, बल्कि निजी अस्पतालों जैसा वातावरण दिखाई देने लगा है।
कलेक्टर के निर्देश पर स्वास्थ्य अधिकारियों की सक्रियता का असर
जिला कलेक्टर अबिनाश मिश्रा के सख्त निर्देशों पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी यू.एल. कौशिक और खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण नेताम के नेतृत्व में पूरे स्टाफ ने अस्पताल सेवाओं में बड़ा बदलाव किया है। डॉक्टर से लेकर नर्सिंग स्टाफ और वार्ड ब्वॉय तक सभी मरीजों की देखभाल में पूरी तरह जुटे हुए हैं। भर्ती मरीजों की नियमित निगरानी हो रही है और इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही की गुंजाइश नहीं छोड़ी जा रही है।
सफाई व्यवस्था से अस्पताल की बदली सूरत
अस्पताल में स्वच्छता को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। वार्ड से लेकर कैंपस तक साफ-सफाई पर खास ध्यान दिया जा रहा है। मरीजों का कहना है कि अस्पताल का माहौल अब निजी अस्पतालों जैसा साफ-सुथरा नजर आ रहा है, जो पहले कल्पना से भी दूर था।
खाने को लेकर आई शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई—ठेकेदार बदला, भोजन की गुणवत्ता सुधरी
मरीजों के भोजन को लेकर उठी शिकायतों पर अस्पताल प्रबंधन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पूर्व ठेकेदार को बदल दिया और नए व्यक्ति को भोजन आपूर्ति की जिम्मेदारी दी। इसके बाद से मरीजों को बेहतर और पौष्टिक भोजन दिया जा रहा है।
अब सुबह नाश्ते में दलिया, हलवा, पोहा और फल दिए जा रहे हैं, जबकि दोपहर के भोजन में रोटी, चावल, दाल, सब्जी, पापड़ और सलाद परोसा जा रहा है। इस बदलाव से मरीजों ने संतोष जताया है।
डॉ. अरुण नेताम के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाओं में आया सुधार
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| बीएमओ डा.अरुण नेताम |
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण नेताम के पदस्थ होने के बाद से सिविल अस्पताल नगरी में सकारात्मक परिवर्तन स्पष्ट दिखाई दे रहा हैं। उनके निर्देशन में स्टाफ के बीच अनुशासन, कार्य के प्रति गंभीरता और मरीज-सेवा की भावना बढ़ी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि डॉ. नेताम के आने के बाद अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर पहले से कई गुना बेहतर हुआ है।
नगरी अब ‘रिफर सेंटर’ नहीं, इलाज का विश्वसनीय केंद्र
लगातार सुधार और बेहतर प्रबंधन के चलते नगरी का सिविल अस्पताल अब सिर्फ नाम मात्र का सरकारी अस्पताल नहीं रहा। यहां की बदली हुई व्यवस्था ने इसे एक विश्वसनीय उपचार केंद्र के रूप में स्थापित करना शुरू कर दिया है, जहां मरीजों को पहले की तुलना में अधिक सुविधाएं और बेहतर देखभाल मिल रही है।
नगरी क्षेत्र के लोगों में इस नए बदलाव को लेकर उत्साह है और उम्मीद व्यक्त की जा रही है कि आगे भी इसी तरह स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार होते रहेंगे।





