कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव में नन्हे मुन्ने बच्चों ने दी आकर्षक प्रस्तुति
उत्तम साहू
नगरी/ ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय नगरी में कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव बड़ी धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । इस पावन बेला में राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी भावना बहन ब्रह्माकुमारी मुलेश्वरी बहन सहित बड़ी संख्या में संस्था के भाई-बहनें एवं नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए। इस समारोह का शुभारंभ श्री कृष्ण जी के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया गया सर्वप्रथम नन्हे मुन्ने बच्चे राजकुमार कृष्ण एवं राधा रानी के रूप में सज धज कर झांकी की प्रस्तुति दी। तत्पश्चात बच्चों ने कृष्ण लीला को अभिनय के रूप में प्रस्तुत किया क्रमशः एकल व सामूहिक नृत्य करके बच्चों ने सुंदर व आकर्षक प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। राधा कृष्ण ने सतयुगी रासलीला की।
तत्पश्चात राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी भावना बहन ने अपने संबोधन में सभी को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई व अशेष शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि श्री कृष्ण के जन्म को लेकर माहौल खुशनुमा व उमंग उत्साह के अनेकों रंग से बिखर जाता है। हर मां अपने बच्चों के लिए यही कामना करती है कि उसका बच्चा श्री कृष्ण के समान हो क्योंकि श्री कृष्ण 16 ललित कलाओं से परिपूर्ण थे उनका जीवन मर्यादित व पवित्र, निर्विकारी था उनके जीवन में समभाव था।
श्री कृष्ण के गुणों का अनुसरण करके हम अपना जीवन दिव्य, पवित्र व चरित्रवान तथा श्रेष्ठ बना सकते हैं उनके अंदर जो गुण थे वह अपने अंदर धारण करने हैं आज परमपिता शिव परमात्मा इस धरा पर अवतरित होकर हमें सतयुगी श्री कृष्णपुरी में ले जाने के लिए ज्ञान व योग सीखा रहे हैं उनके ज्ञान से हम अपना जीवन दिव्य बना सकते हैं उन्होंने पुनः कृष्ण जन्मोत्सव की सभी को असीम शुभकामनाएं दी। श्री कृष्ण जन्मोत्सव के पावन बेला में केक काटा गया और कृष्ण के द्वारा मटकी फोड़ किया गया तत्पश्चात सभी भाई बहनों को ईश्वरीय प्रसाद के रूप में मक्खन, पंजेरी, फल वा केक वितरित किया गया।