ब्रह्माकुमारीज नगरी में किसान सम्मान दिवस मनाया गया

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 ब्रह्माकुमारीज सेंटर नगरी में किसान सम्मान दिवस मनाया गया

क्षेत्र के किसान भाई बहनों का पुष्पगुच्छ तथा आत्मिक स्मृति का तिलक लगाकर स्वागत सत्कार किया गया



उत्तम साहू/दबंग छत्तीसगढ़िया न्यूज 

नगरी- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय नगरी में राष्ट्रीय किसान सम्मान दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। उक्त अवसर पर नगरी अंचल के अनेक गांव से किसान भाई बहनों ने शिरकत किये। इस कार्यक्रम में राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी भावना बहन, ब्रह्माकुमारी मुलेश्वरी बहन, ब्रह्माकुमारी कमलेश्वरी बहन तथा ग्रामीण अंचल से पधारे किसानों में मुख्य रूप से श्री धनीराम साहू जी उमरगांव, श्री वासुदेव साहू छिपली, श्री श्यामलाल साहू जी पंडरीपानी, श्री लक्ष्मण साहू जी पंडरीपानी, श्री भानुप्रताप साहू जी गोरेगांव, श्रीमती दुर्गेशनंदिनी साहू छिपली, श्रीमती पार्वती साहू बिरनपुर सहित काफी संख्या में किसान भाई बहने शामिल हुए ।कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक तरीके से परमपिता परमसत्ता की याद में दीप प्रज्वलित करके की गई। तत्पश्चात ब्रह्मकुमारी बहनों द्वारा सभी किसान भाई बहनों का पुष्पगुच्छ तथा आत्मिक स्मृति का तिलक लगाकर स्वागत सत्कार किया गया। तथा ईश्वरीय सौगात, प्रतीक चिन्ह व श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को गति प्रदान करते हुए शांता व कल्याणी एवं साथी द्वारा अतिथियों के सम्मान में मनमोहक स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया गया। उसके पश्चात उद्बोधन की कड़ी में सर्वप्रथम श्री धनीराम साहू जी ने ब्रह्माकुमारियों का आभार मानते हुए सभी को किसान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की। तत्पश्चात ब्रह्माकुमार पीताम्बर भाई, हिमांशु भाई एवं बी. यदु बहन ने किसानों के लिए सुंदर गीत प्रस्तुत किये। पुनः उद्बोधन की कड़ी में पार्वती साहू ने किसानों के प्रति अपने भाव गीत के माध्यम से व्यक्त की तथा किसान दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की। उसके बाद श्री लक्ष्मण साहू जी ने कहा कि मुझे सत्संग में जाना अच्छा लगता है मैं किसान भाइयों से आग्रह करता हूं कि ऐसे सत्संग में आकर अपनी किसानी को बेहतर बना सकते हैं। श्री श्यामलाल साहू जी ने कहा कि आज विषैला खाद डालकर हम धरती माता को कठोर बना दिए हैं विषैला खाद व कीटनाशक के प्रयोग से खाद्य पदार्थ भी विषैला हो रहा है जिससे अनेक प्रकार की बीमारियां हो रही है इसलिए हमें जैविक तथा यौगिक खेती करके मिट्टी की उर्वरा शक्ति को पुनः वापस ला सकते हैं साथ ही रसायन रहित शुद्ध फसल पा सकते हैं। इसी तारतम्य में भानु प्रताप साहू जी ने कहा पहले परंपरागत तरीके से खेती करते थे जिससे लागत कम आती थी और फसल अच्छी स्वस्थ होती थी परंतु आज रासायनिक खाद व कीटनाशक से मिट्टी की उर्वरा शक्ति नष्ट हो रही है। दुर्गेशनंदिनी ने सभी किसान भाई बहनों से रासायनिक खाद के बजाय जैविक खाद के प्रयोग करने की बात कही। श्री वासुदेव साहू जी ने कहा ब्रह्माकुमारिया सचमुच बधाई के पात्र हैं जिनके द्वारा किसान के हित में ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए गए और निश्चित तौर पर जैविक तथा यौगिक खेती के प्रति लोगों में जागरुकता आएगी। तत्पश्चात कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी भावना बहन ने सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय किसान दिवस की सभी को कोटिश बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा किसी भी समृद्ध राष्ट्र की परिकल्पना अन्नदाता किसानों के बिना अधूरी है हमारे दैनिक जीवन में किसान की भूमिका अन्नदाता के रूप में परिलक्षित होती है वह हमारे भोजन आपूर्ति का आधार स्तंभ होता है जीवन निर्वाह हेतु प्रथम आवश्यकता भोजन होती है जिसे केवल एक किसान के द्वारा ही पूर्ति की जाती है किसान धरती का सच्चा सपूत बनकर धरती माता की आजीवन सेवा करता है बिना अपनी परवाह किए वह रात दिन काम करके फसल तैयार करता है और उस अन्न को हम भोजन के रूप में ग्रहण करते हैं पर आज समयानुसार अधिकाधिक उपज की चाह में खेतों में रासायनिक खाद का तथा कीटनाशक का उपयोग किया जा रहा है जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति क्षीण होती जा रही है तथा फसलों पर डाला गया रासायनिक खाद व कीटनाशकों का सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ रहा है जिससे लोग गंभीर बीमारी की चपेट में आकर अपनी पूंजी का अधिकांश भाग दवाइयों पर खर्च कर रहा है यह एक गंभीर विषय है जिसका चिंतन अति आवश्यक है मैं किसान भाई बहनों से कहना चाहती हूं कि अब हमें यौगिक तथा जैविक खेती की ओर लौटना होगा जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति पुनर्जीवित हो सके तथा केमिकल रहित स्वस्थ पोषक तत्वों से भरपूर अन्न लोगों तक पहुंच सके जिससे आने वाली पीढ़ी स्वस्थ व समृद्ध बन सके। जिस प्रकार योग के प्रभाव से फसलों को स्वस्थ व तंदुरुस्त बना सकते हैं उसी प्रकार हम भी योग से अपने तन मन को स्वस्थ व पावन बना सकते हैं वर्तमान समय में परमपिता शिव परमात्मा स्वयं इस धरा पर अवतरित होकर राजयोग की शिक्षा देकर हमारा जीवन दिव्य बना रहे हैं मैं सभी किसान भाई बहनों से अनुरोध करती हूं कि आप सभी योग के माध्यम से फसलों के साथ खुद स्वस्थ बनाईये उन्होंने पुनः किसान दिवस की सभी को शुभकामनाएं देते हुए यौगिक व जैविक खेती करने की अपील की। तत्पश्चात श्री रतिराम नाग जी ने अपने अनुभव सभी किसान भाई बहनों से साझा किया मन्नू भाई द्वारा आभार व्यक्त किया गया तथा कार्यक्रम का संचालन निशा बहन द्वारा किया गया।

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