जिला प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) नगरी में गणित दिवस मनाया गया.
उत्तम साहू, दबंग छत्तीसगढ़िया न्यूज
नगरी (सिहावा ) जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नगरी में गणित दिवस मनाया गया डाइट नगरी के प्राचार्य प्रकाश राय के मार्गदर्शन में एवं प्रशिक्षण प्रभारी जोहन नेताम एवं मास्टर ट्रेनर नवीन खरे जी ,नंदकिशोर कहर जी होमल लाल साहू जी चंद्रिका प्रसाद साहू जी धनंजय सोनकर जी ,अशोक कुमार सेन जी, परविंदर कौर गिली जी,और पीतेश साहू जी के मार्गदर्शन प्रशिक्षण के कालखंड में 20 दिसंबर को गणित दिवस का आयोजन किया गया 22 दिसंबर को पूरा देश श्रीनिवास रामानुजन को याद करता है। पूरा विश्व उनके योगदान के लिए आभार मानता है। साहू दंपति रंजीता एवं तुमनचंद साहू ने गणित दिवस के मौके पर 200 स्कूलों में गणित वर्णमाला का वितरण किया तथा बच्चों को गणित का ए बी सी पढ़ाया। संकुल सिंगपुर एवं खड़मा, संकुल मेघा, संकुल अरौद, परसवानी स्कूल, गैलेक्सी स्कूल मगरलोड, शासकीय उच्चतर स्कूल मगरलोड, सरस्वती शिशु मंदिर मगरलोड, स्वामी आत्मानन्द स्कूल भैंसमुंडी इत्यादि स्कूलों में गणित वर्णमाला चार्ट वितरित किया गया एवं गणित दिवस मनाया गया।
बता दें कि महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की याद में राष्ट्रीय गणित दिवस हर साल 22 दिसंबर को मनाया जाता है इस दिन भारत के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 1887 में तमिलनाडु में हुआ था । गणित में विशेष योगदान के लिए उनके जन्म दिन को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस खास मौके पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नगरी में व्याख्याता प्रशिक्षण के दौरान जिले भर के फिजिक्स एवं केमेस्ट्री के 150 व्याख्याता के साथ मास्टर ट्रेनर एवं प्रशिक्षण अधिकारी उपस्थित थे। इस बीच तुमनचंद साहू ने गणित के महत्व को बच्चों को आसान तरीके से खेल खेल में समझाने के लिए गणित वर्णमाला एबीसी ऑफ मैथेमेटिक्स चार्ट सभी स्कूलों के लिए वितरित किया। यह वर्णमाला प्राथमिक माध्यमिक स्कूल के साथ साथ उच्च कक्षाओं को नैतिक मूल्यों एवं अनुशासन की शिक्षा देती है।
इस मौके पर मास्टर ट्रेनर नवीन खरे जी ने इसे बहुत ही उत्कृष्ट एवं नवाचारी बताया है। डाइट के प्रशिक्षण अधिकारी जोहन नेताम ने कहा कि गणित वर्णमाला सभी विद्यार्थियों को आसानी से गणित सिखा पाने में लाभकारी होगी साथ ही बच्चों को गणित के डर से मुक्ति मिल पाएगी गणित दिवस कार्यक्रम में धमतरी जिले के चारों विकासखंड के व्याख्याता साथी उपस्थित थे।