अष्टभुजी शक्ति पीठ दुर्गा मंदिर, उमरगांव में गुप्त नवरात्रि के अवसर पर 10 कुंडीय सतचंडी महायज्ञ का आयोजन..जलेंगे आस्था की ज्योत
उत्तम साहू
नगरी- अष्टभुजी शक्ति पीठ दुर्गा मंदिर, उमरगांव में गुप्त नवरात्रि के पावन अवसर पर 30 जनवरी से 6 फरवरी 2025 तक विश्व कल्याण एवं जन कल्याण के लिए भव्य 10 कुंडीय आठ दिवसीय सतचंडी महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं को माता रानी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का अनोखा अवसर मिलेगा।
विगत 15 वर्षों से यह आयोजन धार्मिक श्रद्धा और आस्था के साथ दिव्य दरबार अष्टभुजी शक्ति की दुर्गा मंदिर ही मनाया जा रहा है
आयोजन की विशेषता यह है कि दिव्य दीप प्रज्वलन के साथ
भक्तजनों को यज्ञ का साक्षी बनने का अवसर प्राप्त होता है। इस दौरान, भक्त अपने जीवन की विभिन्न बाधाओं और समस्याओं के समाधान हेतु यज्ञ में आहुति डालकर व 10 महाविद्या के दिव्या रूपों का पूजा-अर्चना कर सर्व बाधा निवारण हेतु सम्मिलित हो सकते हैं
सत चंडी महायज्ञ से होने वाले लाभ और विशेषताएं
इस भव्य सतचंडी महायज्ञ में निम्न समस्याओं के समाधान के लिए विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी:
संतान प्राप्ति: संतानहीन दंपतियों के लिए विशेष उपाय।
विवाह में बाधा निवारण: कुंडली दोष या अन्य अवरोधों के समाधान हेतु चंडी यज्ञ।
धनलक्ष्मी की कृपा: धन एवं समृद्धि प्राप्त करने के लिए विशेष अनुष्ठान।
शनि, राहु, केतु और कालसर्प दोष निवारण: ग्रह दोषों और इनके प्रभावों के निवारण हेतु हवन।
व्यवसाय या नौकरी में बाधा: करियर और आर्थिक स्थिरता के लिए विशेष पूजा।
आध्यात्मिक उन्नति: साधकों के लिए विशेष सिद्धियों और आशीर्वाद की प्राप्ति।
गुप्त नवरात्रि का महत्व और 10 महाविद्याओं के पूजा से क लाभ
गुप्त नवरात्रि देवी उपासना का एक अत्यंत प्रभावशाली और शक्तिशाली पर्व है। यज्ञाचार्य द्वारिका प्रसाद पाण्डेय ने बताया कि गुप्त नवरात्रि, साधारण नवरात्रि से भिन्न होती है क्योंकि इसमें 10 महाविद्याओं (काली, तारा, षोडशी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी, और कमला) की गूढ़ साधनाएं और पूजा-अर्चना की जाती है।
गुप्त नवरात्रि में महाविद्याओं की उपासना / पूजन से लाभ:
1काली: नकारात्मक ऊर्जा का नाश और आत्मिक शक्ति प्रदान करती हैं।
2. तारा: संकटों से रक्षा और आध्यात्मिक ज्ञान का संचार।
3. षोडशी (त्रिपुर सुंदरी): सौंदर्य, समृद्धि, और आध्यात्मिक संतुलन।
4. भुवनेश्वरी: जीवन में स्थिरता और मनोबल प्रदान करती हैं।
5. छिन्नमस्ता: शत्रु बाधा निवारण और आत्मबल में वृद्धि।
6. त्रिपुर भैरवी: विद्या, बल और आध्यात्मिक विकास में सहायक।
7. धूमावती: कष्टों का नाश और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन।
8. बगलामुखी: शत्रुओं पर विजय और कार्यों में सफलता।
9. मातंगी: ज्ञान, वाणी और विद्या की प्राप्ति।
10. कमला: धन, ऐश्वर्य और समृद्धि प्रदान करती हैं।
यज्ञाचार्य ने यह भी बताया कि गुप्त नवरात्रि के दौरान गुरु के मार्गदर्शन में ही 10 महाविद्याओं की पूजन अर्चन का उचित विधान बताया गया है जो कि गुरु की मार्गदर्शन में की गई पूजा विशेष फलदायी होती है। यह न केवल समस्याओं का समाधान करती है बल्कि जीवन को नई दिशा और ऊर्जा प्रदान करती है।
आप सभी सपरिवार आमंत्रित हैं
इस महापर्व पर क्षेत्रवासियों को सपरिवार आमंत्रित किया जाता है। माता रानी के चरणों में भक्ति और श्रद्धा अर्पित करने के लिए यह एक दुर्लभ अवसर है। आयोजन में सम्मिलित होकर आप अपने जीवन में सुख-शांति और समृद्धि ला सकते हैं।
कार्यक्रम का विवरण:
👉 तिथि: 30 जनवरी से 6 फरवरी 2025
👉 समय: प्रातः 10 बजे से
👉 स्थान: अष्टभुजी शक्ति पीठ दुर्गा मंदिर, उमरगांव, तहसील नगरी, जिला धमतरी, छत्तीसगढ़
प्रतिदिन महाप्रसाद भंडारा का आयोजन किया जा रहा है साथ ही यहां कार्यक्रम निशुल्क की जाती है यज्ञ में बैठने के लिए किसी भी प्रकार के शुल्क नहीं लिया जाता इच्छुक श्रद्धालु भक्तजन कर्म की साक्षी हेतू ज्योति प्रज्वलित करना चाहे तो कर सकते हैं ज्योति प्रज्वलीत शुल्क 751/- का रुपए रखा गया है
अतः सत चंडी यज्ञ अनुभवी व विद्वान पंडितों के द्वारा संपन्न कराया जाएगा