एकल आचार्य अभ्यास वर्ग का हुआ समापन
गांव के समग्र विकास के लिए शिक्षा जरूरी -अरूण सार्वा
उत्तम साहू
नगरी/ एकल विद्यालय नव आचार्य अभ्यास वर्ग (10 दिवसीय) के समापन अवसर पर अतिथियों के साथ सामूहिक गायत्री मंत्र, हनुमान चालीसा का पाठ किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उन्नत कृषक अरूण सार्वा जी, अध्यक्षता प्रयागचंद्र बिसेन जी, विशेष अतिथि डाॅ जी आर देवांगन जी, आर एल देव जी, ए एल बनपेला जी, डा किशोर सोम जी, रविशंकर दुबे, मोतीलाल दिवाकर, रूपेन्द्र साहू, भागवत थे। अतिथियों ने अपने सारगर्भित उद्बोधन से सभी प्रशिक्षु आचार्यजनों को बधाई दी और प्रशिक्षण में मिले ज्ञान को अपने विद्यालय के बच्चों और गांव के विकास में उपयोग करने कहा। मुख्य अतिथि उन्नत कृषक अरूण सार्वा ने अनेक अनुभव द्वारा प्रशिक्षु आचार्य को शिक्षा का संदेश दिया।
आखिर में नव आचार्यजनों ने इस दोहे के साथ किया कार्यक्रम की समाप्ति-
"पत्ता टूटे डाल से, पवन उड़ा ले जाय।"
"अब के बिछड़े कब मिले, याद बस रह जाय।।"
के माध्यम से अतिथियों को भावुक पल से बिदाई दी।
इस दौरान प्रशिक्षर्थियों के साथ संच समिति के पदाधिकारी व ग्रामीण जन उपस्थित रहे।