छत्तीसगढ़ का प्रयाग राजिम अब रेल नेटवर्क से जुड़ा
रायपुर-राजिम मेमू ट्रेन सेवा का मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया शुभारंभ
उत्तम साहू
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के प्रयाग कहे जाने वाले राजिम को रेल नेटवर्क से जोड़ते हुए नई रेल सेवा का शुभारंभ किया। उन्होंने राजिम-रायपुर-राजिम नई मेमू ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही रायपुर-अभनपुर मेमू सेवा का विस्तार भी राजिम तक किया गया। इस अवसर पर भारी संख्या में यात्री उत्साहपूर्वक ट्रेन में सवार हुए और रायपुर की ओर रवाना हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस रेल सुविधा से राजिम, गरियाबंद और देवभोग क्षेत्र के लोगों को राजधानी रायपुर तक सस्ती, किफायती और सुलभ यात्रा का विकल्प प्राप्त होगा। विद्यार्थी, नौकरीपेशा और व्यापारी वर्ग के लिए यह ट्रेन उपयोगी साबित होगी। उन्होंने कहा – “छत्तीसगढ़ का प्रयाग राजिम अब रेल नेटवर्क से जुड़ गया है। ग्रामीण अंचलों से राजधानी रायपुर का आवागमन और अधिक सुगम हो गया है।”
उन्होंने बताया कि आठ साल पहले धमतरी-रायपुर नैरोगेज ट्रेन बंद होने के बाद यह क्षेत्र रेल सेवा से वंचित था। अब लंबे अंतराल के बाद यहां ब्रॉडगेज ट्रेन सुविधा उपलब्ध हुई है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया और कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 45,000 करोड़ रुपये की रेलवे परियोजनाएं प्रगति पर हैं, जिनमें से 7,000 करोड़ रुपये का प्रावधान 2025-26 के बजट में किया गया है।
वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि नई सेवा से राजिम तक सीधी रेल पहुँच सुनिश्चित हो गई है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने रावघाट प्रोजेक्ट और रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण योजनाओं की जानकारी भी दी।
लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि राजिम धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थल है। नई रेल सुविधा से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बड़ी सुविधा होगी। वहीं, महासमुंद सांसद रूपकुमारी चौधरी ने कहा कि राजिम से रायपुर और आगे डोंगरगढ़ तक यात्रा आसान हो गई है।
ट्रेन संचालन
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अनुसार, गाड़ी संख्या 68766/68767 राजिम-अभनपुर-रायपुर मेमू पैसेंजर का संचालन 19 सितम्बर 2025 से नियमित समय-सारणी के अनुसार प्रतिदिन दोनों छोरों से किया जाएगा। इस ट्रेन में 06 सामान्य डिब्बे और 02 पावरकार सहित कुल 08 कोच होंगे।
➡️ इस प्रकार, नई मेमू रेल सेवा ने न केवल स्थानीय यात्रियों को राहत दी है बल्कि पर्यटन और क्षेत्रीय विकास को भी नई गति प्रदान की है।

