मशहूर कवि सुरजीत नवदीप का निधन
साहित्य जगत में शोक, धमतरी की पहचान थे नवदीप
उत्तम साहू
धमतरी। धमतरी को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले प्रख्यात कवि सुरजीत नवदीप अब हमारे बीच नहीं रहे। सोमवार की रात्रि उनका दुखद निधन हो गया। उनकी अंतिम यात्रा आज दोपहर 2 बजे कालटेक्स पेट्रोल पंप के पीछे स्थित बस्तर रोड निवास से निकलेगी।
सुरजीत नवदीप अपने ओजस्वी काव्य, सहज भाषा और मंच संचालन के लिए जाने जाते रहे उनकी गहन संवेदनाओं के कारण जनमानस में विशेष स्थान रखते थे। उनकी कविताएँ न केवल साहित्यिक मंचों पर गूंजती थीं, बल्कि समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनीं। धमतरी जैसे छोटे शहर को उन्होंने साहित्य के मानचित्र पर उजागर किया।
साहित्यिक योगदान
सुरजीत नवदीप ने हिंदी साहित्य को अनेक यादगार रचनाएँ दीं। उनकी कविताओं में ग्रामीण जीवन, सामाजिक सरोकार और मानवीय संवेदनाएँ प्रमुखता से झलकती थीं। साहित्यिक गोष्ठियों, कवि सम्मेलनों और राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों में उनकी उपस्थिति हमेशा केंद्र बिंदु रहती थी।
वे केवल कवि ही नहीं, बल्कि साहित्य प्रेमियों को जोड़ने वाले सूत्रधार भी थे। उनकी रचनाएँ अनेक पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुईं और साहित्यिक समीक्षकों ने उन्हें नई पीढ़ी का प्रेरणास्त्रोत माना।
अपूरणीय क्षति
उनके निधन की खबर से साहित्यिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। धमतरी सहित प्रदेश और देशभर के साहित्यकारों, कवियों और साहित्य प्रेमियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि “सुरजीत नवदीप का जाना हिंदी साहित्य के लिए अपूरणीय क्षति है।”
धमतरी के लोग उन्हें सिर्फ एक कवि के रूप में ही नहीं, बल्कि सादगी, संवेदनशीलता और समाज से जुड़े व्यक्तित्व के रूप में भी याद करेंगे।


