ग्राम हिंछापुर में अवैध शराब का अड्डा!
शाम ढलते ही लगता है शराबियों का जमघट, पुलिस-आबकारी विभाग मूकदर्शक
उत्तम साहू
धमतरी/नगरी। नगरी ब्लॉक मुख्यालय से महज 6 किमी दूर स्थित ग्राम हिंछापुर इन दिनों अवैध कच्ची शराब के खुले कारोबार का गढ़ बन गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि जिस तरह प्रशासन ने कोपेडीह में अभियान चलाकर कार्रवाई की थी, वैसी ही कार्यवाही हिंछापुर में क्यों नहीं की जा रही।
गांव की स्थिति यह है कि शाम ढलते ही गलियों और चौक-चौराहों पर शराबियों का जमघट लग जाता है। आसपास के गांवों से भी लोग यहां कच्ची शराब लेने पहुंचते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 15 से 20 स्थानों पर कच्ची शराब का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है।
प्रशासन की चुप्पी पर उठ रहे सवाल
ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस और आबकारी विभाग को सब कुछ पता होते हुए भी कार्रवाई नहीं की जा रही। उल्टा यह आरोप लग रहा कि अवैध कारोबारियों को जानबूझकर संरक्षण दिया जा रहा है। कई बार अधिकारी गांव के बाहरी हिस्से तक आते हैं लेकिन बस्ती में घुसकर कार्रवाई करने से कतराते हैं। इससे शक गहराता है कि या तो इन पर कारोबारियों का डर हावी है या फिर लेन-देन का खेल चल रहा है।
समाज पर बढ़ रहा खतरा
ग्रामीणों की सबसे बड़ी चिंता यह है कि आसानी से शराब उपलब्ध होने के कारण युवा और किशोर भी इसके आदी हो रहे हैं। महिलाओं को रोजाना शराबियों के उत्पात का सामना करना पड़ रहा है। झगड़े-फसाद बढ़ रहे हैं और गांव का सामाजिक माहौल लगातार बिगड़ रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस अवैध कार्य में पंचायत के कुछ जिम्मेदार प्रतिनिधि शामिल है जो बड़ी मात्रा में महुआ शराब बनाकर खुलेआम बिक्री किया जा रहा है। इतना ही नहीं
बकायदा महुआ लाहन की गंध को छुपाने एसी का इस्तेमाल किया जाता है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक और जिला आबकारी अधिकारी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही कहा कि अवैध शराब के इस कारोबार पर तत्काल अंकुश लगाया जाए और जनजागरूकता अभियान चलाकर युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाया जाए।

