माँ महामाया को चुनरी और अन्न अर्पित कर निकाली “सेवा ध्वजा यात्रा”
आदिवासी समाज ने परंपरा को पुनः स्थापित करने का लिया संकल्प
ज्ञान शंकर तिवारी 30 सितंबर 2025
रतनपुर/बिलासपुर। सर्व आदिवासी समाज इकाई रतनपुर द्वारा नवरात्रि षष्ठी तिथि (रविवार, 28 सितम्बर 2025) को माँ महामाया दाई की सेवा में भव्य “सेवा ध्वजा यात्रा” का आयोजन किया गया। परंपरा और विरासत को पुनः स्थापित करने की मंशा से आयोजित इस पदयात्रा रैली में हजारों की संख्या में समाजजन पारंपरिक वेशभूषा और सांस्कृतिक बाजे-गाजे के साथ शामिल हुए।
समाजजन ने महामाया मंदिर पहुंचकर गोंड़ राजवंश की कुलदेवी माँ महामाया दाई को सौ फीट की चुनरी अर्पित की और नए अन्न का भोग लगाकर क्षेत्र की खुशहाली एवं मंगलकामना की प्रार्थना की।
सर्व आदिवासी समाज सेवा समिति रतनपुर के पदाधिकारियों ने बताया कि गोंड पुजारियों द्वारा पूर्व में रूढ़ि-परंपरा के अनुसार पूजा-अर्चना (गोंगो) का आयोजन होता था, लेकिन कुछ वर्षों से समाज इस परंपरा से विमुख हो गया था। अब पुनः इस परंपरा को जीवंत करने का संकल्प लिया गया है।
इस आयोजन में प्रमुख रूप से संरक्षक एवं पदाधिकारीगण – सुभाष सिंह परते, युवराज सिंह प्रधान, मनोहर सिंह राज, सूरज मरकाम, भागीरथी ध्रुव, नंदकिशोर राज, डॉ. संतोष उद्देश्य, आयुष सिंह राज, मनोज मरावी, धनसिंह पोर्ते, शिवनारायण चेचाम, राजेन्द्र जगत, भोला देव ध्रुव, रामचन्द्र ध्रुव, परमेश्वर जगत, राजेश नेताम, बसंत प्रधान, हीरा प्रधान, प्रताप प्रधान, पावक सिंह, भुवन मरावी, जय सिंह खुसरो, धुरवाराम ध्रुव, शालिग्राम मरकाम, रमेश कुमार मरावी, हरनारायण उइके, सुमन ध्रुव, माखन लाल नेताम, विजय ध्रुव सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।

