📌 नाराज शिक्षक का कड़ा पत्र: "जबरन दबाव डाला तो जाऊंगा हाईकोर्ट"
उत्तम साहू
बेमेतरा (रायपुर) शासकीय प्राथमिक शाला केछवई के प्रधानपाठक कमलेश सिंह बिसेन ने जिला शिक्षा अधिकारी को कड़ा पत्र लिखते हुए छत्तीसगढ़ विद्या समीक्षा केंद्र (VSK) मोबाइल ऐप पर गंभीर आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने निजता के उल्लंघन, साइबर फ्रॉड और निजी मोबाइल के शासकीय उपयोग पर सवाल खड़े किए हैं।
🔹 शिक्षक कमलेश सिंह की आपत्तियां
निजी मोबाइल में ऐप डाउनलोड करने से बैंक डिटेल्स, फोटो-वीडियो जैसी निजी जानकारी खतरे में।
"मोबाइल मेरी निजी संपत्ति है, शासकीय कार्यों के लिए जबरन उपयोग अनुचित।"
पहले से ही PM POSHAN, निष्ठा, UDSSE, दीक्षा जैसे कई ऐप्स से बढ़ रहा बोझ।
"यदि विभाग ने दबाव बनाया तो हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाऊंगा।"
🔹 शिक्षक संगठनों का समर्थन
"बिना संसाधन दिए शिक्षकों पर ऑनलाइन काम का बोझ डालना गलत।"
"इंटरनेट, कंप्यूटर, लैपटॉप उपलब्ध कराए बिना ऐसे आदेश न थोपे जाएं।"
प्रदेश शिक्षक फेडरेशन अध्यक्ष राजेश चटर्जी: का कहना है कि
"शिक्षा विभाग अपने कर्मचारियों के अधिकारों का हनन कर रहा है।""जिन बाबुओं की उपस्थिति का कोई हिसाब नहीं, उनके लिए नियम नहीं—पर शिक्षकों पर दबाव क्यों?"
👉 मामला अब केवल एक शिक्षक की आपत्ति नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में शिक्षकों के अधिकार और सम्मान का सवाल बन गया है।

