धमतरी में पत्थर से कुचले मिले शव के हत्याकांड का 72 घंटे में खुलासा..तीन आरोपी गिरफ्तार
उत्तम साहू
धमतरी/ दिनांक : 27 अक्टूबर 2025 पुलिस अधीक्षक के निर्देशन एवं न्यायिक सतर्कता के तहत ग्राम करगा–चटौद पुल के नीचे मिले युवक की हत्या के मामले का पुलिस ने मात्र 72 घंटे में सफलतापूर्वक खुलासा कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई बिरेझर चौकी, थाना कुरूद, सायबर एवं एफएसएल टीम की संयुक्त कार्यवाही से की गई।
घटना दिनांक 21 और 22 अक्टूबर 2025 की दरम्यानी रात की है, जब करगा–चटौद पुल के नीचे एक युवक का शव मोटरसाइकिल सहित पाया गया था। सूचना पर चौकी बिरेझर पुलिस ने मौके पर पहुँचकर मर्ग क्र. 131/25 धारा 194 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया। मृतक की पहचान मनीष कुमार मिथलेश (26 वर्ष) निवासी ग्राम करगा के रूप में की गई।
शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण “हत्या कारक (Homicidal in nature)”पाए जाने के पश्चात अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई।
मामले की जांच एवं आरोपियों की गिरफ्तारी
गवाहों एवं मृतक के परिजनों से पूछताछ के दौरान संदेह के आधार पर मुख्य आरोपी होमेश कुमार साहू को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपने साथी चाहत यादव के साथ मिलकर मृतक की हत्या करना स्वीकार किया।
पूछताछ में सामने आया कि दिनांक 21 अक्टूबर की रात शराब सेवन के दौरान आपसी विवाद एवं गाली-गलौज के चलते आरोपियों ने गमछे से गला दबाकर तथा सिर पर वार कर हत्या की। बाद में मृतक को पुल के नीचे फेंका गया और नीचे जाकर पत्थरों से कुचलकर उसकी मृत्यु सुनिश्चित की गई।
हत्या के बाद आरोपियों ने मोबाइल, कपड़े एवं गमछा छिपाकर साक्ष्य नष्ट करने का प्रयास किया। आरोपी द्वारा अपने रिश्तेदार मनीष कुमार साहू को घटना की जानकारी देने और सबूत जलाने के निर्देश देने की पुष्टि पर उसे भी गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपीयों का नाम
1.होमेश कुमार साहू पिता डेमन लाल साहू (19 वर्ष)
2. चाहत यादव, पिता अमर सिंह यादव (19 वर्ष)
3. मनीष कुमार साहू पिता इन्द्रमन साहू (21 वर्ष)
सभी निवासी ग्राम करगा मठ, चौकी बिरेझर, थाना कुरूद, जिला धमतरी।
इन तीनों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 286/25 धारा 103(1), 238, 3(5) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
जांच में पाया गया कि मृतक और आरोपी के बीच पूर्व से व्यक्तिगत विवाद और गाली-गलौज के चलते रंजिश थी। उसी मनमुटाव ने 21 अक्टूबर की रात को हिंसक रूप ले लिया और हत्या की घटना को अंजाम दिया गया।
इस गंभीर हत्या कांड के त्वरित खुलासे में थाना कुरूद, सायबर यूनिट, एफएसएल टीम, चौकी बिरेझर स्टाफ एवं संपूर्ण विवेचना दल का महत्वपूर्ण योगदान रहा। पुलिस अधीक्षक ने जांच टीम की तत्परता एवं पेशेवर दक्षता की सराहना की है।


